मम्मी ने दिया सेक्स का मजा

मेरे घर माँ डैड और मेरे दो बहने है. मैं अभी 18 साल का हूँ मेरी बड़ी बहन मुझसे एक साल बड़ी है. और मेरी छोटी सिस्टर दो साल से छोटी है. मेरे डैड प्राइवेट कंपनी में मैनेजर है. हम कुर्ला में बड़े सोसाइटी में रहते है. मैं जब 11th में गया तब तक मुझे सेक्स के बारे में कुछ भी मालूम नहीं था लेकिन 12th तक मुझे बहुत मालूम हु. Desi Son Mother Chudai

मेरे फ्रेंड्स मुझे पोर्न फोटो दिखाते थे एक बार हमने XXX मूवी भी देखी थी. रियल स्टोरी तो मेरे 12th के एग्जाम के बाद ही शुरू हुई ध्यान से पढ़ना पड़ता वक़्त नहीं मिलता मुठ मारने का, एग्जाम के बाद मैंने जिम ज्वाइन कर लिया वैसे मेरी बॉडी भी बहुत अच्छी है. मेरी दोनों बहने दिल्ली बुआ के यहाँ छुट्टी होने कारण गई थी.

डैड 7 कंपनी जाते थे घर में मैं और माँ ही थे. एक दिन मेरे दोस्त अजित ने मुझे कहा कि “यार आज मैंने अपनी माँ के बूब्स देखे” ये बात सुनकर मैं स्तब्ध रह गया मेरे समझ में नहीं आ रहा था के मैं क्या बोलू मैने कहा “ये गलत बात है.” तो वो बोला मेरे माँ ही रोज मुझे दिखाती है और हसती है. उसने बोला “मैंने माँ के मम्में को दबाया भी है बहुत मज़ा आया.”

फिर घर आने के बाद मैं सोचने लगा मेरी माँ भी बहुत सेक्सी थी उसके बड़े बड़े बूब्स और बहुत बड़ी गांड थी देखने में भी गोरी और शेप में थी. ये सोचते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं किचन में चला गया माँ मेरे लिए नास्ता बना रही थी, माँ ने ब्लू कलर के साड़ी और ब्लाउज पहना हुआ था बहुत ही सेक्सी लग रही थी.

मैं पास चला गया और पीछे से क्या बना रही देखने लगा. मैंने पीछे से माँ को टच किया उसके गांड पे मेरा लंड घिसने लगा बहुत मज़ा आ रहा था माँ भी कुछ नहीं बोली. थोड़े देर बाद माँ बोली “बाहर जाओ मैं नास्ता लेके आती हु बाद में हम सब्जी लेने जायेंगे. नास्ता होने के बाद हम बाइक पे सब्जी लेने चले गए.

बाइक चलाते वक़्त मैं जोर से ब्रेक मारता तो माँ के मम्में मुझसे दब जाते थे मैं बहुत गर्म हो रहा था. बाद में मुझे ऐसा लगा की माँ खुद ही मुझसे चिपक कर बैठी थी और अपने मम्में मेरे पीठ पर घस रही थी और उसका एक हाथ मेरे लंड के पास था और वो उससे मेरे लंड को टच कर रही थी, मैं बहुत एक्साइट हो गया था. सब्जी लेते वक़्त माँ थोड़ी गांड बाहर निकाल कर चल रही थे और लंगड़ा कर भी चल रही.

मैंने पूछा “क्या हुआ माँ पैर में मोच आई है क्या?”

तो बोली “नहीं.”

मैंने कहा “फिर क्या हुआ.”

वो बोली “अपने डैड से पूछना.”

मेरे समझ में कुछ नहीं आया. फिर माँ ने सिक्स बनाने के लिए मैंने कहा किसलिए तो मुस्कुराकर बोली “नीचे लेने में बहुत मज़ा आता है.” माँ मुझे से डबल मीनिंग वाले बाते कर थी फिर बाद में हम घर आ गये. आते ही माँ टॉयलेट चली गए और मूतने लगी वो आवाज सुन कर मैं बहुत पागल हो गया.

मूतने के बाद वैसे ही साड़ी ऊपर कर के बाहर आई तब मैंने पहले बार माँ के गोरे थाई और ब्लैक पेंटी देखा. बाद में माँ ने साड़ी नीचे कर दी और नहाने चली गई. मैं इतना एक्साइट हो गया था के मैंने वही पे मुठ मार दी. नहाने के बाद माँ बाहर आ गई तब उसके बाल गीली होने कारण पीठ पर चिपक रहे थे. तब माँ ने लाइट कलर का गाउन पहना था.

माँ की बॉडी गीले होने के गाउन उस पे चिपक गया माँ के सब इनर गारमेंट्स मुझे बिलकुल अच्छी तरह से दिखाई दे रही थी. उसने रेड कलर की पेंटी और ब्रा पहना हुआ था वो बहुत मादक देख रही थी. माँ के गांड का बड़ा शेप अच्छी तरह दिखाई रहा था. मेरे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करू. माँ से कुछ कहने से मैं बहुत डरता था मैं उसके डांट से डरता था.

बाद में मैं बाथरूम गया तब बाथरूम में मैंने माँ की पेंटी और ब्रा देखा वो खूंटी पे लटकाया था वो सूखे थे. मैं समझ गया माँ नंगी नहा रही थी. माँ की पेंटी मैंने हाथ में लिया तो मैंने देखा की उससे कुछ स्मेल आ रही थी. वो स्मेल बहुत अजीब सी थी मैंने वो सूंघी तो बहुत अच्छी लगी. मैंने देखा पेंटी पर कुछ सफ़ेद लिक्विड था वो मैंने अपने जीभ से चाटा.

मैं समझ गया के ये माँ का योनीरस ही होगा. मैं पागल होकर चाटने लगा मजा आ रहा था. मेरा लंड फिर खड़ा हो गया. मैंने दूसरी बार मुठ मार दिया. फिर भी मेरा लंड खड़ा ही हो रहा था लूज़ होने का नाम ही नहीं ले रहा था. मैं नहा के बाहर आ गया तो माँ ने पूछा “अंदर इतनी देर क्या कर रहे थे.”

मैं बोला “अच्छी तरह से सब साफ कर रहा था.”

माँ बोली “क्या मज़ा आया?”

मैंने कहा “आज तक इतना मजा नहीं आया था.”

वो मुस्कुराकर बोली “अभी तो इसे भी ज्यादा मजा आएगा.”

और हम डिनर करने लगे. डिनर के बाद हम टी.वी. देखने लगे. माँ आगे के चेयर पे बैठे न्यूज़ पेपर पढ़ने लगी. मेरा ध्यान बार बार उसकी तरफ ही जा था. थोड़े देर बाद उसके हाथ से न्यूज़ पेपर निचे गिर गया वो निचे झुक गई तो उसके हाफ बड़े बड़े मम्में मैं देखने लगा बहुत गोरे गोरे और बड़े थे.

मेरा लंड फिर खड़ा हो गया बाद में माँ दोनों पैर ऊपर लेके बैठ गई. थोड़ी देर बाद उसने अपना गाउन घुटनों तक उठाया और पेपर मुंह के सामने रख कर पढ़ने लगी. मैं बहुत दंग रह गया मुझे माँ के थाई और रेड कलर की पेंटी बहुत साफ दिख रही थी. मैं समझ गया की माँ जानबुझ कर ये सब कर रही है. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

उसके बाद उसने अपना एक हाथ निचे लेकर अपनी पेंटी के ऊपर से सहलाने लगी. मैं बहुत ध्यान से उसे देख रहा था. थोड़ी देर बाद उसने अपना मिडिल फिंगर अपनी पेंटी के अंदर डाल दिया और अपने चूत से पेंटी थोड़ा सरका दिया और फिंगर अंदर डाल दिया. मैंने जिंदगी में पहली बार किसी औरत की चूत देखी.

माँ के चूत के ऊपर बहुत काले बाल दिख रहे थे और चूत भी काली ही दिख रही थी. वो अपने फिंगर अंदर बाहर करने लगी मैं पूरी तरह गरम हो गया है. थोड़े देर बाद माँ के मुँह से आवाज निकलने लगी “ओओओह्ह्ह्ह अआह्ह्ह…. आउच…… हहह……” और जोर से फिंगर अंदर बाहर करने लगी.

फिर थोड़े देर बाद जोर से “आ ह ओह…” बोली, उसके चूत से सफ़ेद चिपचिपा अमृत रस बाहर आने लगा. मै तो पेंट के अंदर ही झड़ गया. फिर माँ ने गाउन निचे किया बाद में मुझे बोला “क्यूँ मज़ा आया क्या?” और अपने बेड रूम में सोने के लिए चली गई. शाम को माँ ने मुझसे पूछा “कैसा लग रहा है.”

मैंने कहा “तुमने मुझे पागल कर दिया है.”

माँ हँसकर बोली “सुबह और ज्यादा मज़ा आएगा.”

नेक्स्ट डे डैड चले जाने के बाद माँ ने मुझे उठाया और बोली तुम दूध पे लो मैं टॉयलेट जाके आती हु. मैं दूध पीकर बाहर आज्ञा तो मैंने देखा के टॉयलेट का डोर ओपन ही था. मैंने अंदर देखा तो माँ नंगी टॉयलेट को बैठी थी माँ ने अपनी आँखे बंद कर रखी थी इसलिए मैं वही पे खड़ा रहा और मुझे भी किसी लड़की को पेशाब और टॉयलेट करते हुआ देखने की इच्छा थी.

मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश मेरी अपनी माँ पूरी कर रही थी. उसने एक ही फ़ोर्स से अपनी पेशाब अपनी चूत से निकाली और गांड से हगने लगी. मेरे को लग रहा था मुझे जन्नत दिखाई दे रही थी. मेरे को ऐसा लग रहा था कि अपना मुँह माँ के चूत के सामने ले लू और उसका सारा पिशाब पिलूं. उसके बाद माँ ने अपने दो फिंगर लेकर चूत पे जो पेशाब लगी थी साफ करने लगी.

और वो गीली हुई फिंगर अपने माउथ में डाल दी और चाटने लगी और मुँह से “अहा अहा सीसीसीसी… क्या मज़ा आ रहा ही …अहा अहा …..सीसीसी…” ऐसे बोल रही थी. मैं तो ओवर एक्साइट हो गया था. बाद में माँ गांड धोने लगी गांड धोते धोते उसने अपनी एक ऊँगली गांड में डाल दी और अंदर बाहर करने लगी और जोर चिल्लाने लगी-

“आहह… बेटा.. आजा बेटा आ मेरी चूत के खुजली मिटा दे आ मादरचोद अपने माँ को चोद दे गांडू कितना भोला बन रहा है माँ के मम्में देखता है माँ को मुठ मारते देखता है साले… भोसड़ी के आजा अपनी माँ की चूत पेल गांडू ज्यादा भोला मत बन साले पुरा अपने डैड पे गया है.”

माँ गांड में ऊँगली डाल मुझे सुनाई दे ऐसे चिल्ला रही थी. माँ के मुँह से पहले बार ऐसे डर्टी लैंग्वेज सुन रहा था. मैं समझ गया माँ मुझसे चुदवाना चाहती है. लेकिन मैंने भी तय कर लिया कि माँ को और थोड़ा तड़पाऊंगा. और मैं वहाँ से जिम चला गया. जिम  से आने के बाद मैं दरवाजा बिना बेल दिए अंदर आ गया.

धीरे से मैं माँ के बैडरूम में चला गया माँ वहाँ नहीं थी. फिर मैं किचन गया वो सीन देख कर मैं और भी पागल हो गया. माँ साड़ी पहने हुए थी वो धीरे धीरे अपने ब्लाउज के ऊपर से अपने मम्में दबाने लगी और बोली “आजा मनोज तेरी माँ तेरा कितना इंतजार कर रही है, लौड़ा समझ में नहीं आ रहा कुछ मादरचोद मैं तुम्हारी रंडी बनकर रहूंगी आ जा बेटे मत तड़पा मुझे आह्ह्ह…. सीस…”

और उसके बाद उसने अपनी साड़ी ऊपर की वही एक बनाना पड़ा था उसने उसे हाथ में लिया और अपने चूत पर रगड़ने लगी. बाद में उसने अपनी साड़ी और पेटीकोट निकाला वो सिर्फ पेंटी और ब्रा में थी फिर उस बनाना को हाथ में लेकर बोली “कितना बड़ा है बिलकुल मेरे बेटे जैसा आ अपनी माँ के चूत में घुस जा.”

और निकर निकाल कर एक पैर राइट लेग किचन के शेल्फ पे रख दिया उसकी चूत पुरी तरह से ओपन हो गए थे. फिर हाथ में बनाना लेकर अपने चूत में डाल दिया और जोर हिलने लगी जैसे उसे कोई चोद रहा है और जोर से चिल्लाने लगी “आह्ह… सीसीसी…. ससस… लललललेए… अहहह….” ऐसे चिल्लाने लगी और जोर से बनाना चूत में हिलाने लगी उसे बहुत मज़ा आ था और हाँ मुझे भी.

मैं तो ये सीन देख कर पागल हो गया था. बीच बीच में वो बनाना निकाल कर उसे चाट रही थे. थोड़े देर बाद माँ का चुत रस निकल आया. बनाना चूतरस से पूरा भीग गया था. माँ ने वो बनाना मुँह में लिया और अपना ही रस पीने लगी बाद में बनाना भी खा लिया. मैं अपने कमरे में चला गया और दो बार मुठ मार दी.

फिर माँ नहा कर बाहर आ गई. मैंने माँ देखा तो हसकर बोली चलो डिनर करते है तब माँ ट्रांसपेरेंट गाउन और ब्लैक पेंटी और ब्रा पहने थी जो मुझे साफ दिखाई दे रहे थे. डिनर होने बाद माँ सब रख कर टी.वी. देखने आ गई. जब मैंने माँ की तरफ देखा तो मैं पागल हो गया क्यूंकि माँ ने गाउन के अंदर कुछ भी नहीं पहना हुआ था वो अंदर बिलकुल नंगी थी.

उसके बड़े बड़े मम्में और काली चूत अच्छी तरह से नज़र आ रही थी अब मेरा कण्ट्रोल ख़त्म हो गया था. माँ मेरे सामने आके बैठ गई और टी.वी. देखने लगी. थोड़े देर बाद माँ ने पैर आगे किये और छोटे टेबल पर रख दिए और गाउन को ऊपर किया और अपने चूत देखने लगी और पैरो को मसलने लगी. अब मैं कण्ट्रोल से बाहर था मैं भी अपना लंड पेंट के ऊपर से हाथो से मसलने लगा ये देखकर माँ ने पूछा “क्या हुआ मनोज?”

मैं बोला “मेरा लंड खड़ा हो गया है.”

माँ ने पूछा “क्यों?”

मैंने कहा “माँ तुम ऐसे नंगी रंडी के तरह मेरे सामने बैठोगी तो लंड खड़ा ही होगा ना.”

माँ बोली “मुझे रंडी बोलता है तुम शर्म नहीं आती.”

मैंने कहा “माँ तुम्हे ये सब करते वक़्त शर्म नहीं आती तो मैं क्यूँ शरमाऊं.”

तो माँ बोली “मेरा बेटा अपने बाप पे गया है.”

मैं बोला “नहीं माँ मैं तुम पे गया हु.”

माँ हसकर बोली “मैं तुम्हे पसंद नहीं हु क्या?”

फिर मैंने कहा “माँ तुम्हारी जैसे ब्यूटीफुल, सुन्दर सेक्सी लेडी आज तक मैंने नहीं देखी. माँ तुम्हारे बूब्स और गांड देख कर कोई भी आदमी पागल हो जायेगा डैड के सब दोस्त तुम देखने के लिए ही आते है इतना ही क्या मेरे फ्रेंड भी तुम्हे देखने के लिए आते है.”

ये सुनकर माँ बोली “फिर अभी तक मुझे क्यों तड़पाया?”

मैंने कहा” तुमने भी तो मुझे तड़पाया.”

ये कहकर मैं माँ के पास चला गया माँ मेरा सर अपने तरफ लेके एक किस किया और बोली “नॉटी बॉय”? फिर मैंने माँ के होठो अपने होठो में लिया और जोरदार किस किया फिर माँ ने अपनी जीभ मेरे मुंह में डाला मेरे और माँ की जीभ आपस में टकराया और हम दोनों एक दूसरे को चूसने लगे.

मैं सातवे आसमान में चला गया था. थोड़े देर बाद मैंने माँ का गाउन उतार दिया और माँ नंगी मेरे सामने खड़ी थे मुझे ये सब सपना ही लग रहा था. फिर मैं माँ के बूब्स दबाने लगा बहुत ही मजा आ रहा था. फिर माँ का एक बूब मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा. माँ बहुत एक्साइट हो गई थी बोली” और जोर चूस तेरे लिए ही है.”

फिर मैं माँ के आर्मपिट की तरफ अपना मुंह लाया वहाँ पे बहुत घने बाल थे और उसकी स्मेल भी बहुत अच्छी आ रही थी. मैं उन आर्मपिट को चाटने लगा बहुत मजा आ रहा था माँ जोर से चिल्लाने लगी “आअहह.. चूस लौड़े जोर से चूस तुझे भी वो बाल बहुत अच्छे लगते है.”

 मैं बोला “हाँ माँ.”

माँ ने कहा “तो जी भर कर चूस मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है.”

और माँ सोफे के ऊपर टांगे फैलाकर बैठ गई और अपनी ऊँगली चूत में डालने लगी.

मैंने कहा “माँ ये काम अब मेरा है.”

तो बोली “जल्दी कर बेटे मेरी चूत बहुत तड़प रही है.”

मैं माँ को बोला “तुम मुझसे डर्टी लैंग्वेज में ही बात करो.”

तो माँ ने कहा “गांडू बिलकुल अपने डैड पे गया है.”

मैं फिर माँ के चूत पर मुँह रख दिया और जीभ से माँ को चोदने लगा. माँ की चूत काली थी. मैंने माँ पूछा “तुम इतनी गोरी हो और तुम्हारी चूत काली कैसे?” माँ बोली चूत ज्यादातर काली ही होती है. मैं जोर से जीभ से चूत को चोदने लगा माँ को बड़ा ही मजा आ रहा था चिल्ला कर बोली “मादरचद और जोर से चूस तुम्हे आज मैं अपना चूत रस पिलाउंगी जोर से गांडू अहह…. साले बहनचोद अपने माँ की चूत चाटता है अहह…. मजा आ रहा है अह्ह्ह… सिसी… मेरा अब निकलने ही वाला है.”

और जोर से अपना सारा चूत रस उसने मेरे मुँह में गिरा दिया बहुत स्वादिस्ट लग रहा था मैंने सारा पी लिया. माँ बोली “कैसा लगा?” मैंने कहा शहद से भी मीठा तो हसने लगी और बोली “अब मैं अपने बेटे का रस पीउंगी और खड़े होकर मुझे नंगा करके मेरा लंड मुँह में लिया.

मेरे बॉडी पे एक अजीब सी लहर आ गया था. मेरा लंड देखकर बोली “तेरा बहुत बड़ा है 8” का है मैं रोज सबेरे इसके दर्शन लेते थी आज मुझे प्रसाद मिल गया” और जोर से मुँह में हिलाने लगी. मेरा रस जल्दी निकल आया मैंने माँ के मुँह में पिचकारी मार दी मेरा बहुत माल निकल आया था. सब माँ के बदन और मुँह में था उसे बड़े प्यार से खा रही थी.

फिर ऊपर उठकर मुझे लिप्स तो लिप्स किस किया मेरे जीभ मेरा ही रस लग गया. थोड़े देर बाद माँ ने फिर मेरा लंड हाथ में लिया और चाटने लगी. मैं भी माँ के चूत और गांड में उंगली डाली और बूब्स चूसने लगा मेरा फिर खड़ा हुआ. माँ बोली “अब आएगा असली मजा.” मैंने माँ से पूछा मुझे सेक्स कैसे करना है सीखा दो. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

माँ बोली “तुम बुद्धू ही रहोगे” और फिर बेड पर लेट गई और बोली चढ़ जा मेरे ऊपर और अपनी टांगे फैलाई. मैं माँ के पर चढ़ गया मेरा लंड हाथ में लेकर अपने चूत पे रख दिया. चूत बहुत गिली होने के कारण लंड आराम से अंदर चला गया. माँ बोली “शाबास बेटे सही जगह पर लंड गया है.” मैं और जोर कमर हिलाने लगा मैं भी जोर से चोदने लगा.

माँ बोली “जोर से माधरचोद अपने माँ को चोदता है तो जोर से चोद हरामजादे आह… स्सीइईईई आह्हहहह ओहहए सीसीसी अहा जोर गांडू और जोर से अहा… आउच.” मैं और जोर से करने लगा दस मिनट बाद मां बेटा दोनो का ही एकदम निकल आया. माँ बहुत खुश हो गई हम दोनों नंगे ही एक दूसरे पर सो गया. कुछ देर बाद माँ बोली “बेटा अब मेरी गांड मारना.”

मैं माँ का गांड चाटने लगा तभी डैड अंदर आ गये. मैं बहुत डर गया.

डैड बोले “गांडू अपने माँ की गांड चोदता है.”

माँ हसकर बोली “राज तुम मेरी चूत चाट लो.” और माँ और डैड हसने लगे माँ ने कहा “तुमसे चुदवाने का प्लान तुम्हारे डैड ने ही दिया था.” मैं खुश हो गया. डैड ने जल्दी से अपने कपड़े उतारे और हमारे पास आ गए वो माँ को आगे से चूत और बूब्स चाटने लगे और मैं पीछे से माँ की गांड.

माँ बहुत गरम हो गए थे बोली “तुम दोनो बड़े हरामी हो जल्दी से मुझे चोदो गांडू.” तो डैड बोले “रंडी आज तेरे पुरे फाड़ के रख देंगे.” और वो निचे बैठ गए माँ उनके ऊपर बैठ गए और अपने चूत में डैड का लंड लिया और आगे झुक गए गांड मेरे तरफ की मैं अपना लंड माँ के गांड में घुसाने की कोशिश करने लगा. माँ बोली अंदर से वेसिलीन लेके आ मैं वेसिलीन लेके आया और लंड और गांड पे लगा दिया.

मेरा लंड माँ के गांड में गया माँ दर्द से चिख रही थी. फिर भी मैंने अपना पूरा डाल दिया माँ चिल्लाकर बोली “आह… क्या मजा आ रहा है जिंदगी पहली बार ऐसा मजा आ रहा है चोदो मादरचोदो दोनों चोदो आह… सीसी… फाड़ डालो मेरे चूत और गांड… अहह…” माँ जोर से चिल्ला रही थी और अपने क़मर जोर से हिलाने लगी. मेरा और डैड का भी स्पीड बढ़ गया था. फिर डैड का पहला निकल आया और बाद में माँ और मेरा रस निकल आया. माँ डैड का किस लेने लगी और मैं नीचे बैठ के माँ के चूत चाटने लगा.

माँ बहुत खुश हुए और बोली “पीले बेटा अपने माँ और डैड का मिक्स रस पीले.” फिर माँ बोली “मुझे ज़ोरो से पेशाब आ रहा था.” तो डैड बोला “अपने बेटे के मुँह में कर दे.” फिर माँ खड़े हो गए और मैं अपने घुटने पे खड़ा हुआ माँ ने चूत मेरे मुँह पे रख दे और सारा प्रेशर से मेरे मुँह में पेशाब कर दे मैंने वो सारा पी लिया और मैंने माँ से कहा “माँ तुम सबेरे जब टॉयलेट में हग कर के आओगी तो अपने गांड मत साफ करना मैं अपने जीभ से तुम्हारे गांड साफ कर दूंगा.” माँ ये सुनकर बहुत खुश हुए और मुझे जोर किस किया.

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