मेरी टाइट बुर में चला गया भाई का लंड

आपको मैं आज एक कहानी कहने जा रही हु, जिसमे रिश्तों की मर्यादा तार तार हो गया है पर क्या करे, भला आग हो तो मोम को पिघल ही जाना होता है, मैं मोम की तरह पिघल गयी, जब मेरे छोटे भाई का लंड मेरे चूतड़ में सट रहा था, मैं कुछ भी नहीं कर पाई, मैं चुदना नहीं चाहती थी पर मैं मजबूर थी, मुझे मेरी हवस ने चुदने के लिए राजी कर लिया, खैर जो हो गया सो गया. Sister Designer Bra

मेरी उम्र २२ साल की है, ये कहानी पिछली सर्दियों की है, मेरे घर में पापा मम्मी और मेरा एक छोटा भाई है. शुभम, शुभम देखने में खूबसूरत है, वो कॉलेज में पढता है 18 साल का नौजवान है और मैं भी काम नहीं हु, क्यों की मेरी चूची को देखकर कोई भी डोल जाता है.

और जब वो मेरे चूतड़ को निहारता है तो बिना मुठ मारे वो शांत नहीं हो सकता. मैं हमेशा डिज़ाइनर ब्रा और पैंटी पहनती हु, वो की ३४ साइज का होता है, मेरे कई बॉयफ्रेंड है पर आज तक बॉयफ्रेंड से चुदी नहीं हो, सील तो भाई ने ही तोड़ा है.

एक दिन हम दोनों भाई बहन टी वी पे मूवी देख रहे थे, सेट मैक्स पे, पापा मोम दोनों सोने चले गए थे, दोनों एक ही बेड पे बैठ के टी वी देख रहे थे, वो बेड मेरा ही था, भाई का बेड बगल बाला था, दोनों कब सो गए पता ही नहीं चला, रात को पता नहीं मुझे क्या हो गया था.

मैं अपने भाई का लंड निकाल के सहला रही थी, उस समय मैं नींद में थी, पर जब नींद खुला तो मेरे पसीने पसीने हो गए मैं सोची की हे गॉड क्या हो गया है, मैंने तो अपने भाई के लंड को ही सहला रही थी, अगर वो जगा होगा तो क्या सोचेगा?

मैं हैरान थी, मैं चुपचाप घूमकर सो गयी, पर मैंने महसूस किया की मेरा भाई नहीं सो रहा था क्यों की उसकी साँसे और थूक घोटने की आवाज़ साफ़ साफ़ आ रही थी जिससे पता चलता था की वो नहीं सोया, मैं और भी शर्म से पानी पानी हो गयी.

करीब पंद्रह मिनट के बाद भाई मेरे तरफ घूम गया और मेरे गांड के बीच में अपना लंड लगा दिया जब वो शुरू में लगाया था तब ज्यादा पता नहीं चल रहा था पर थोड़े ही देर में उसका लंड मोटा और लंबा हो गया उसका लंड मेरे गांड के बीचो बीच में था, पर वो ना हिल रहा था ना मैं हिल रही थी.

फिर भाई ने एक दो बार ऊपर नीच किया कपडे के ऊपर से ही, तो मैं बैचेन हो गयी, क्यों की आज तक मुझे किसी लंड का स्पर्श नहीं हुआ था, धीरे धीरे मैं कामुक होने लगी, मैंने अपने गांड को भाई के तरफ दबाब दिया, और सोने का नाथक करने लगी.

भाई ने अपने एक टांग मेरे ऊपर चढ़ा दी और अपने लंड को निकाल कर मेरे दोनों जांघ के बीच में घुसा दिया, फिर उसने हाथ आगे करके मेरे टी शर्ट के निचे से जाके मेरे बूब को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा, मैं चुप चाप थी, फिर वो पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया और मेरे बड़े बड़े चुचिओं को अपने हाथ में लेके दबाने लगा. “Sister Designer Bra”

उसकी साँसे तेज चल रही थी, मैं तब तक सोने का नाटक कर रही थी मेरा तो बूर पानी पानी हो रहा था, मुझे लग रहा था की मैं ही उसके ऊपर चढ़ जाओ और उसका मोटा लंड को अपने बूर में घुसा लू, फिर वो मेरा निचे का ट्रैक सूट और पैंटी को निचे खिसका दिया और गांड के छेद को और कभी बूर के छेद को सहलाने लगा.

बूर से बार बार मैं पानी छोड़ रही थी, उसको भी समझ आ गया था की मैं सोयी नहीं जग गयी हु, पर क्या करे वो भी, आग और मोम का सवाल है. फिर उसने पीछे से मेरे बूर के ऊपर लंड को रखा और एक बार कोशिश किया डालने की पर गया नहीं, बूर मेरा टाइट था, आज तक मैं चुदी नहीं थी किसी से.

मुझे दर्द हो रहा था, चुदने का भी मन था इसलिए मैं भी उसके लंड के लिए जगह बना रही थी, वो फिर से तरय किया पर पूरा लंड अंदर नहीं गया करीब चार इंच लंड गया अंदर मुझे काफी दर्द होने लगी, मैंने महसूस किया की बूर का सील टूट चुका था, क्यों की वह पे खून की तरह लग रहा था. “Sister Designer Bra”

भाई ने फिर से एक धक्का लगाया और पूरा लंड बूर में चला गया, फिर वो धक्के पे धक्का लगा रहा था मैंने भी गांड को सटाये जा रही थी और चुदवा रही थी, फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गया और और दोनों टांगो को फैलाकर मुझे छोड़ने लगा, मैं भी उसको अपनी बाँहों में भर ली और किश करने लगी और वो चोदे जा रहा था धक्के पे धक्का, जब वो धक्का लगाता था मैं करीब ६ इंच ऊपर पहुंच जाती फिर निचे आती.

उसने मेरे चूच में हाथो से कभी मुह में लेके चूसे जा रहा था, मैंने भी उसको अपनी बाहो में जकड़े चुदवाये जा रही थी, करीब २० मिनट बाद वो झड़ गया मैं तो तीन बार झड़ चुकी थी, फिर दोनों एक दूसरे को पकड़ के सो गए, मैं पहली चुदाई का मज़ा पाने भाई से लिया, अब तो मैं रोज चुदती हु उससे इस महीने तो मेरा मासिक धर्म भी नहीं हुआ लगता है मैं प्रेग्ननेट हो गयी हु, पता नहीं आगे क्या होता है पर चुदाई रोज हो रही है मेरी.

अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*