कर्फ्यू में चूत चोदने को मिली चाची की

यह कहानी इस बारे में है कि मेरे पड़ोसी चाची ने मुझे अपना सेक्स गुलाम बनाया है। शहर में कर्फ्यू की वजह से में भी घर पर ही रहता था तो अपनी पुरानी लवर से बात कर लेता था मगर उससे क्या मन नही भरता है मगर कर भी क्या सकता था न कही बहार जा सकता था। ऐसे ही मेरे घर के पास पड़ोसी थे। Hot Aunty Romance

पति नागेन्द्र 42 वर्षीय पुलिस थे और पत्नी रितु एक सेक्सी, कामुक 36 वर्षीय गृहिणी थीं। उनके कोई बच्चे नहीं थे और मेरे साथ अपने ही बेटे की तरह व्यवहार करते थे। मेरी मां और रितु चाची बहुत करीबी और अच्छे दोस्त थे। ऐसे ही एक बार पिताजी के किसी दोस्त की मौत हो गई थी थी.

तो माँ पिताजी को जाना पड़ा उनका जाने का मन तो नही था मगर बचपन का उनका खास दोस्त था तो माँ के कहने पर जाना पड़ा गाड़ी की व्यवस्था मेने कर दी थी उनके जाने के लिए मगर समस्या मेरे खाने की थी क्योंकि कर्फ्यू में न कोई होटल खुली थी न कोई होम डिलीवरी.

इसलिए माँ ने अपनी दोस्त और हमारी पड़ोसन चाची को खाने का बोला वो भी तैयार थी वो मुझे सुबह शाम खाने का घर पर ही बुला लेती थी। मगर एक बार घर की बिजली चली गई और मैं हमेशा की तरह अपनी गर्लफ्रेंड से कमरे में ओपन तरह से बिस्तर पर पड़ा उससे बात कर रहा था.

मगर उस दिन मेरा दुर्भाग्य कहे या सौभाग्य, रितु चाची सीथे मेरे कमरे में आ गई वैसे तो वो मेरे घर मे घंटी बजा कर घर मे आती थी मगर उसदिन लाइट न होने की वजह से वो सीधे रूम के अंदर आगई। क्योकि मेरे घर की अतिरिक्त चाबी उनको दे कर माँ गई थी.

मैं अपनी बातचीत में इतना तल्लीन था कि मैंने सामने का दरवाजा खोलना नहीं सुना और रितु आंटी के मुँह से अचानक एक चीख निकली ओ माय गॉड सुना जो तुम कर रहे हो? मेने फोन नीचे रखा बंद करके, और मैंने देखा कि रितु आंटी अपने हाथों से अपने मुंह को ढक और आंखें चौंकाने वाली हैं।

कल्पना कीजिए मेरा हाथ मेरे 8 इंच लंबे लंड पर, बिस्तर में लेटकर हिला रहा था और रितु आंटी ने मुझे घूरते देखा. मैं जल्दी से अपने शॉर्ट्स खींच लिया और पहन कर बैठ गया। मेरे हार्ड लंड ने मेरे शॉर्ट्स में एक तम्बू बनाया था मैंने अपने उग्र लंड को एक तकिया के साथ कवर करने की कोशिश की.

मगर रितु आंटी ने सब देख लिया था और रितु आंटी ने कहा वह शाम को मेरी माँ को इस मामले की रिपोर्ट करेगी उनका बेटा केसी हरकत करता है। रितु आंटी के इस नतीजे के बारे में सोचते हुए मैं 5 मिनट तक भौंचक बैठा रहा. वो अपने घर चली गई. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

मेने अपनी टी-शर्ट पहनकर उनके फ्लैट पर गया और उससे क्षमा मांगने का सोचा। मैंने झिझक कर उनके घर की घंटी बजाई और रितु चाची के घर का दरवाजा खोलने के लिए इंतजार किया। 10 मिनिट के बाद रितु आंटी ने दरवाजा खोल दिया और रूखे ढंग से मुझे अंदर आने के लिए कहा।

मैं उनके पीछे उनके बेडरूम गया वह बिस्तर पर बैठे थे और कहा “छि छि बेशर्म लड़के तुम यहाँ क्यों आए हो?” मैंने कहा चाची मैं माफी चाहता हूँ कृपया मेरी माँ को मत बताना कृपया. तब उसने मुझे एक बहुत अलग तरीके से देखा और मुझसे कहा “ठीक है”, मैं तुमसे एक बात पूछूंगी.

मेने कहा कहो. उसने मुझसे पूछा तुम्हे मेरा गुलाम बनना पड़ेगा. में मन ही मन बहुत खुश हुआ कम से कम कर्फ्यू में चुदाई का जुगाड़ तो हुआ मगर उसके सामने ये दिखाना नही था. तो उदास चेहरे से मैने कहा मैं आपसे वादा करता हूं कि में आप का गुलाम बनुगा और आप के सभी आदेशों का पालन करूँगा.

अपने घर के काम के साथ मदद करने के लिए, लेकिन रितु चाची ने मन में कुछ और किया था। तब उसने मेरे शॉर्ट्स को उतारने का आदेश दिया और मे पहले मैं उलझन में पड़ गया और उसके सामने बर्फ के जमे हुए टुकड़े की तरह खड़ा रहा, लेकिन जल्दी ही वह फिर से चिल्ला पड़ी।

मैंने अब कहा! धीरे धीरे मैंने अपना शार्टस उतार दिया और उसके सामने मेरा लंड सिकुड़ गया था फिर उसने अपने नरम हाथों में लंड पकड़ लिया और उसके चेहरे पर एक दुष्ट मुस्कान के साथ धीरे धीरे उसे रगड़ना शुरू कर दिया। अब मैं समझ गया कि वह क्या चाहती है और मेरा लंड सख्त हो रहा था और एक मिनट के भीतर अपने आकर में आ गया।

रितु आंटी परी जैसी दिख रही थी, उसके काले रंग के गाउन में काले रंग के एक सितारे का चेहरा लपेटा हुआ था और उसकी सेक्सी लैस स्ट्रिंग पैनटि। उसके लंबे सीधे काले बाल, सुंदर बॉब्स, 40 इंच के कूल्हे और मछली के आकार की आंखों ने मुझे पूरी तरह नशा कर दिया और मैं उत्तेजना से कांप उठा।

उसने आगे बड़ कर मेरे लंड पर लगी प्रिकम को चाट लिया और वह खड़ी हो गई और अपने कपड़े निकालने के लिए मुझसे बोली। मैंने एक पल में उसके कपड़े और मेरी टी शर्ट निकाली तब उसने मुझसे फर्श पर लेटने के लिए कहा, और कहा तुम आँखें बंद कर लो.

और में अब उसकी अगली बार के बारे में सोचने लगा कि आगे अब क्या करेगी मेरे साथ मैंने सुना और उसे एक मिनट के बाद कमरे से बाहर जाने की आवाज सुनाई दी। उसकी नर्म चूत सफेद चिपचिपे द्रव से टपकती हुई और उसकी मोटी कोमल जांघें,फिर रितु आंटी मेरे पास आई और हम एक-दूसरे के होंठ चूमने लगे और चूमते-चूमते बिस्तर पर आ गए।

मैंने रितु आंटी की चुत में उंगली डाल दी, रितु की कामुक सिसकी निकल पड़ी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… सीई.. मैं होंठ चूसते हुए उनकी चुत में उंगली करने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने रितु को कुत्ते की तरह उसकी चुत चाटने लगा। रितु ‘आहह.. ऊऊहह..’ कर रही थीं। फिर वो कहने लगीं- चाट आऊह्ह्ह.. खा ले चूत को.. आह..

मैंने भी पहली बार इतनी देर चुत चाटी थी। अब तो खैर चुत चाटने की लत लग गई है मुझे मैंने रितु की चुत चाटना बंद कर दिया मैंने कहा-रितु आंटी लंड को भी प्यार कर लो थोड़ा! इतना कहते ही रितु ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और लंड चूसने लगीं। वाह.. लंड चुसाई में क्या मजा आ रहा था, मैं रितु के मुँह को चोदने लगा। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

मैंने कुछ ही देर में रितु को मुँह से लंड निकालने का इशारा कर दिया। रितु ने लंड निकाल दिया। फिर रितु बोलीं- तुम लेटो अब मेरी बारी है। मैं लेट गया। रितु मेरे ऊपर चढ़ गईं और लंड को पकड़ कर अपनी चुत पर टिका कर लंड पर बैठने लगीं।

मेरी दिल की तमन्ना पूरी हो रही थी की साला कर्फ्यू में कम से कम चुत तो नसीब हुई। कुछ ही पलों में मेरा पूरा लंड रितु की चुत में था, मैं भी नीचे से झटके लगाने लगा। रितु भी पूरे जोश से हिल रही थीं और ‘आआहहह..’ कर रही थीं। थोड़ी देर बाद मैंने पोज बदल दिया और रितु को एक करवट होने को कहा। रितु ने एक ओर करवट की और मैं पीछे से लंड डाल रितु को चोदने लगा। चुत और लंड का घमासान मचा हुआ था, रितु तो चुदाई की पूरी मस्ती में थीं.

वो ‘आआहह..’ कर रही थीं- दीपक ऐसे ही चोदो.. पूरा लौड़ा डाल आहहह.. ईई.. हाँ और अन्दर डाल.. कुछ देर की चुदाई के बाद रितु झड़ने लगीं, उन्होंने अपनी पूरी गांड मेरी तरफ उठा दी। मेरे लंड का थोड़ा माल भी बाहर नहीं निकलने दिया। मेरा लंड भी सिकुड़ कर बाहर निकल गया। मैं रितु के होंठ चूसने लगा। फिर रितु आंटी बोली- दीपक, अब मुझे ऐसे ही प्यार करेगा न रोज मैंने कहा- रितु आंटी मैं आप से वादा करता हूँ की रोज आप की चुत को मेरा लंड नसीब होगा। फिर हम एक-दूसरे को दूसरी बार की चुदाई के लिए तैयार करने लगे और अब तो में उसे रोज उसकी चूत के सागर में गोता लगाता हूं।

अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*