चुद्दकड़ उमा की चूत शांत किया चोद कर

मैं धर्मेन्द्र 37 साल का शादीशुदा आदमी हूँ. सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है. मेरा लंड का साइज 7” है और इरेक्शन के बाद 9” हो जाता है. करीब 2-3 महीने पहले की है. मैं सतना गया था बिज़नेस पर्पज से. आने के टाइम रेलवे रिजर्वेशन नहीं मिलने के कारण बस से आना पड़ा. Sexy Aurat Train Porn

रात को जब मैं बस में बैठा तो देखा मेरा पास में खिड़की के पास वाली सीट में एक महिला बैठी थी. मैं मन मन में खुश हो गया के नाईट जर्नी अच्छी ही होगी. रात 7 बजे बस चल पड़ी 10-15 मिनट बाद वो महिला मुझसे पूछी कहा जाना है तो मैंने जवाब दिया मैं भोपाल जा रहा हूँ तो वो भी बोली वो भी भोपाल जा रही है.

वो भोपाल में ही रहती है. धीरे धीरे पता चला उनकी एक छोटी 7 साल की लड़की है हस्बैंड मुंबई में सर्विस करता है. साल में एक ही बार आता है. महिला के उम्र लगभग 34-35 होगी मैंने अनुभव किया. बस चलते चलते मैंने लाईट बुझा दिया वो घर के बाते कर रही थी. उनकी आवाज़ बहुत ही सेक्सी थी.

वो बोली के उनकी मम्मी के तबियत ठीक नहीं थी तो तीन चार दिन पहले सतना में मम्मी को देखने आयी थी. अभी वो घर वापस जा रही ही. फिर वो मेरे बारे में भी पूछने लगी मैं भी बता दिया के मैं भोपाल में रहता हूँ शादीशुदा आदमी हूँ. बात करते करते उसने एक हाथ मेरे थाई में रखा था.

उनके हाथ लगाने से अंदर ही अंदर मेरा 7”लंड 9” का हो गया था. अब उन्होंने धीरे धीरे हाथ खिसकते खिसकते लंड के ऊपर ले आयी थी. मुझसे और बर्दास्त नहीं हो रहा था मैंने उनकी बूब जो की करीब 34 साइज की होगी वो दबाने लगा ब्लाउज के ऊपर से ही. अंदर ब्रा के कारण बहुत टाइट लग रहा था.

वो भी पेंट के ऊपर से ही लंड को सहला रही थी वो हलकी आवाज में आआआह्ह्ह्ह उउउउउउह कर रही थी. वैसे में 2 घंटे हो चूका था हम दोनों ही मस्त हो चूके था. अब बस आके एक ढाबे के सामने रूकी थी. वह सब लोग खाना खाने चाय पिने के लिए उतर गया तो वो बोली मैं भी डिनर करूंगी.

तो हम दोनों एक टेबल में बैठ गये और डिनर किया. खाते खाते वो उनकी नाम उमा बताई और उनकी घर का एड्रेस भी नोट करा दिया. मैं भी अपना मोबाइल नंबर उनको नोट करवा दिए. फिर बस चलने लगी और बस की लाइट बंद होते ही फिर चालू हो गया मेरा और उमा का सेक्सी खेल.

मैं उमा की बूब्स दबाते दबाते इतना मस्ती में आ गया था के मैंने उसके ब्लाउज के अंदर हाथ घुसा दिया और बूब्स दबाने लगा. उसके मुंह से आआआअह्ह्ह्ह ऊह्ह्हह्ह उउउउउउउउउफ आआआआउईईईई की आवाज़ निकालने लगी. मैं उनका कपड़ा धीरे धीरे कमर तक खींच लिया और जोर जोर से उंगली चूत में पेलने लगा और वो मेरा लंड को सहलाने लगी पेंट के ऊपर से ही.

वो मेरा कान के मुँह लाके धीरे से बोली पेंट थोड़ा ढ़ीला करके चड्डी खिसकाने के लिए पर मैं उसकी चूत में वैसा मगन था के मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. उसने चूत से मेरा हाथ हटा के सीट के सामने निचे बैठ गयी और फिर मेरा पेंट का चैन खोलके मेरा लंड पकड़ के बाहर निकाल दी फिर धीरे धीरे चूसने लगी.

मेरा इतना मज़ा आ रहा था कि आँखे बंद हो गया. मैं उनकी ब्लाउज के अंदर हाथ डाल के बूब्स सहलाने लगा. 15 मिनट बाद मैं उनके मुँह में ही पिचकारी मार के क्रीम भर दिया. उसने पूरा क्रीम चाट चाट के पी लिया फिर पास में आके बैठ गयी. सुबह जब बस भोपाल में आ गया हम दोनों टी स्टाल में चाय पीके अपने अपने घर चले गये.

इवनिंग में ठीक 5 बजे उमा का फ़ोन आया मेरा मोबाइल में. वो बोली के आ जाओ मुझे आज शांत करके जाओ जानू. मैं भी तैयार होकर चल पड़ा उनके एड्रेस में. घर में बीवी को बोल के गया के मुझे आने में लेट हो जायेगा तुम खाना खा लेना. 5:45 बजे मैं उमा का बताया हुआ एड्रेस में पहुच गया.

उमा गेट में ही खड़ी थी मुझे देखते ही वो अंदर आने बोली और जैसे ही मैं घर के अंदर आया वो मेरे सीने से लिपट गयी. मैं भी उमा को सीने में जाकर के चूमने लगा आज वो बहुत सेक्सी लग रही थी. उमा ने लाईट ब्लू कलर का लहंगा चोली पहन रखा था. मैंने कहा घर में कोई नहीं है? ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

तो उमा बोली लड़की को वो पहले ही उनकी बुआ के वहाँ छोड़ के सतना गयी थी अभी आने का खबर उनको नहीं दिए, कल सूबह लड़की को ले आऊंगी. अब वो मेरा हाथ पकड़ के बेड रूम में ले आयी. अब मैं उमा को अपने बाँहों में भींच लिया और उसकी मुंह को बेतहाशा चूमने लगा और अपने दोनों हाथों से उसकी चुचियों को पकड़ कर दबाने लगा.

उमा भी चुप नहीं थी. वो अपने हाथों से मेरा लंड पेंट के ऊपर से पकड़ कर सहला रही थी. मैं अब रुकने के मूड में नहीं था. मैंने उमा को अपने से अलग किया और उसकी साड़ी की पल्लू को कंधे से नीचे गिरा दिया. पल्लू को नीचे गिरते ही उमा की दो बड़ी बड़ी चूँची उसके ब्लाउज के ऊपर से गोल गोल दिखने लगी.

उन चूँची को देखते ही मैं उन पर टूट पड़े और अपना मुंह उस पर रगड़ने लगा. उमा की मुंह से ऊऊऊऊऊऊ आःह्ह्हह्ह्ह्हह! ओह! आआआआआआह्ह्ह! क्याआआआअ कर रहेहेहेहेहेहे हो की आवाजे आने लगी. थोड़ी देर के बाद मैंने उमा की साड़ी उतार दिया और तब उमा अपने पेटीकोट पहने ही दौड़ कर कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.

लेकिन जब उमा कमरे की लाइट बुझाना चाही तो मैंने मना कर दिया और बोला “नहीं रानी मत बंद करो. पहले दिन रौशनी में तुम्हारी चूत चोदने में बहुत मज़ा आएगा.” उमा शर्मा कर बोली “ठीक है मैं बत्ती बंद नहीं करती लेकिन आप भी मुझको बिलकुल नंगी मत कीजियेगा.”

“अरे जब थोड़ी देर के बाद तुम मेरा लंड अपनी चूत में पेलवाओगी तब नंगी होने में शर्म कैसा. चलो इधर मेरे पास आओ मैं अभी तुमको नंगी कर देता हूँ.” उमा चुपचाप अपना सर नीचे किये सेक्सी चाल में अपने मेरा पास चली आयी. जैसे ही उमा नज़दीक आयी मैंने उसको पकड़ लिया और उसके ब्लाउज के बटन खोलने लगा.

बटन खुलते ही उमा की बड़ी बड़ी गोल गोल चुचियों उसके ब्रा के ऊपर से दिखने लगी. अब अपना हाथ उमा के पीछे ले जाकर उमा की ब्रा की हुक भी खोल दिए. हुक खुलते ही उमा की चूँची बाहर मेरा मुंह के सामने झूलने लगी. मैंने तुरंत उन चुचियों को अपने मुंह में भर लिया और उनको चूसने लगा.

उमा की चुचियों को चूसते चूसते मैं उमा की पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया और पेटीकोट उमा के पैर से सरकते हुए उस के पैर के पास जा गिरा. अब उमा मेरे सामने सिर्फ अपने पेंटी पहने खड़ी थी. मैंने झट से उमा की पेंटी भी उतार दी और उमा बिलकुल नंगी हो गयी. नंगी होते ही उमा ने अपनी चूत अपने हाथों से धक लिया.

मैं नंगी उमा के सामने जमीन पर बैठ गया और उमा की चूत पर अपना मुंह लगा दिया. पहले मैं उनकी चूत को खूब सुंघा. उमा की चूत से निकलती सौंधी सौंधी खुशबु मेरा नाक में भर गया.मैं बड़े चाव से उमा की चूत को सूंघने लगा. थोड़ी देर के बाद मैं अपना जीभ निकाल कर उमा की चूत को चाटना शुरु कर दिया.

जैसे ही मेरा जीभ उमा की चूत में घुसा तो उमा जो की पलंग के सहारे खड़े थी पलंग पर अपनी चूतड़ टिका दिया और अपने पैर फैला कर अपनी चूत अपनी मुझ से चटवाने लगी. थोड़ी देर तक उमा की चूत चाटने के बाद मैंने अपना जीभ उमा की चूत के अंदर डाल दिया और अपनी जीभ को घुमा घुमा कर चूत को चूसने लगा.

अपनी चूत चटाई से उमा बहुत गरम हो गयी और उसने अपने हाथों से मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत में दबाने लगी और उसकी मुंह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह ऊऊऊऊऊऊफ़्फ़्फ़्फ़ आआआऊऊऊऊ ऊऊईईईईईईईई फ्फ्फ्फफ्फ़आआफ्फ्फ्फ़ से आआआईएसीसी की आवाजे भी निकालने लगी.

मैंने 15 मिनट तक जीभ से चूत को चोदते रहा. फिर उमा ने मेरा मुँह में पानी छोड़ने लगी. अब मैं उठ कर उमा को पलंग पर पीठ के बल लेटा दिया. जैसे ही उमा पलंग पर लेटी मैं झपट कर उमा पर चढ़ बैठ गया और अपने दोनों हाथों से उमा की चुन्चियों को पकड़ कर मसलने लगा.

फिर उमा अपने अपने हाथों से बांधते हुए बोली “अब बहुत हो गया है चूँची से खेलना. आप इसके आगे जो भी करने वाले हैं जल्दी कीजिये मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही है.” “अभी लो मैं अभी तुझको अपने इस मोटे लंड से चोदता हूँ. आज तुझको मैं ऐसा चोदुंगा की तू जिंदगी भर याद रखेगी.”

इतना कह कर मैं उठकर उमा के पैरों के बीच उकडू हो कर बैठ गया. मै जैसे ही उठा उमा ने अपनी दोनों टांगों को फैला कर ऊपर उठा लिया और मुझे घुटने से मोड़ कर अपना घुटना अपने चुन्चिओं पर लगा लिया. इससे उमा की चूत पूरी तरह से खुल कर ऊपर आ गयी और मेरे लंड को वो अपनी चूत को खिलाने के लिए तैयार हो गयी.

मैं भी उठ कर अपना पेंट अंडरवियर कुरता और बनिया उतार कर नंगे हो गया और फिर से उमा के खुले हुए पैरों के बीच में आकर बैठ गया. तब उमा उठ कर मेरा टनटनाया हुआ लंड अपने नाज़ुक हाथों से पकड़ लिया और बोली “ओओओह्ह्हह्ह धर्मेन्द्र जी कितना मोटा और सख्त है आपका ये.”

मैं अब उमा के कान से अपना मुंह लगा कर बोला “मेरा क्या? बोलो न पुजा बोलो.” मैंने हाथों से उमा का गदराई हुई चूचिओं को अपने दोनों हाथों से मसल रहा था. और उमा मेरा लंड पकड़ कर मुट्ठी में बांधते हुए बोली “आआअह्ह्ह्ह ओओफ्फ्फ्फ्फ उउइइइइइमममममआ ऊऊह्ह्ह्ह ऊऊऊह्ह्ह्हह्ह्ह्ह! आपका यह लंड स्स्स्सह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उउउउम्मम्मम्ममाआहहहह.”

अब मैंने तब उमा को फिर से पलंग पर पीठ के बल लेटा दिया और उसके टांगो को अपने हाथों से खोल कर खुद उन खुली टांगो के बीच बैठ गया. बैठने के बाद मैंने झुक कर उमा की चूत पर दो तीन चुम्मा दिया और फिर अपना लंड अपने हाथों से पकड़ कर अपनी उसके चूत के दरवाजे पर रखा. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

चूत पर लंड रखते ही उमा अपनी कमर उठा उठा कर मेरे लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश करने लगी. उमा की बेताबी देख कर मैंने उमा से बोली “रुक छिनाल रुक चूत के सामने लंड आते ही अपनी कमर उचका रही है. मैं अभी तेरे चूत की खुजली दूर करता हूँ.”

उमा तब मेरा छाती पर हाथ रख कर मेरी निप्पल के अपने उंगलिओं से मसलते हुए बोली “ऊऊह्ह्ह जान बहुत हो गया है. अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है आओ ना ऊऊओह्ह्ह प्लीज राजा आओ न आओ और जल्दी से मुझको चोदो. अब देर मत करो अब मुझे चोदो ना अब और कितनी देर करेंगे जानू. ओओह्ह्हह्हह्ह्ह्ह धर्मेन्द्र जी जल्दी से अपना यह मोटा लंड मेरी चूत में घुसेड़ दीजिये. मैं अपनी चूत की खुजली से पागल हुए जा रही हूँ. जल्दी से मुझे अपने लंड से चोदिये. आआआह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह! ओओओओओह्ह्ह्हह्ह! क्या मस्त लंड है आपका.”

मैंने अपना लंड उमा की चूत में ठेलते हुए बोले “वाह रे मेरी छिनाल रानी तू तो बड़ी चुद्दकड़ है. अपनी चूत को मेरा लंड खिलाने के लिए अपनी कमर उचका रही है. देख मैं आज रात को तेरे चूत की क्या हालत बनाता हूँ. साली तुझको चोद चोद कर तेरी चूत को भोसड़ा बना दूंगा.”

और मैंने एक ही झटके के साथ अपना लंड उमा की चूत में डाल दिया. चूत में लंड घुसते ही उमा की मुंह से आआआआह्ह्ह्ह ममअअअअअअअ निकल गया और उसने अपने हाथों से मुझे पकड़ मेरा सर अपनी चुनचियों से लगा दिया और बोलने लगी “आआआआआह! आआआआआह मेरे राआजजजाआ जी क्या मस्त लंड है आपका. मेरी तो चूत पूरी तरह से भर गई. अब जोर जोर से धक्का माँ कर मेरी चूत की खुजली मिटा दो. चूत में बहुत खुजली हो रही है.”

“अभी लो मेरी छिनाल चुद्दकड़ रंडी अभी मैं तेरी चूत की सारी की सारी खुजली अपने लंड के धक्के के साथ मिटाता हूँ.” मैंने कमर हिला कर झटके के साथ धक्का मारते हुए बोला. उमा भी मेरा धक्के के साथ अपनी कमर उछाल उछाल कर अपनी चूत में मेरा लंड लेते बोली “ओह्ह्ह्हह्ह! अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह! आआआआह्ह्ह्ह! मज़ा आआआआआआ आआआईईईईई गया.

मुझे तो तारे नज़र आ रहें है. आपको वाकई में औरत की चूत चोदने की कला आती है. चोदिएएएएएए चोदीएएएएए अपने रंडी की मस्त चूत में अपना लंड डाल कर खूब चोदिएएएएए, बहुत मज़ा मिल रहा है. अब मैं तो आपसे रोज़ अपनी चूत चुदवाउंगी. बोलिये चोदेंगे ना मेरी चूत?”

मैंने उमा की बात सुन कर मुस्कुरा दिया और अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करना जारी रखा. उमा मेरा लंड से अपनी चूत चुदवा कर बेहाल हो रही थी और बड़बड़ा रही थे “आआह्ह्ह्हह ससुरजीईए जोररररर सेसे. हनननन मेरी राजाजी जोरर्रर्र जोर्ररर से धकककका लगाइईईईईईई औररररर जोर्रर सेएए चोदिये अपनी रंडी छिनाल की चूतततत को. मुझे बहुत्तत्त अच्छा लगगग रहाहहहआ है ऊऊओह्ह्ह्ह और जोर से चोदो मुझे आआह्ह्ह्ह धर्मेन्द्र जी और जोर से करो आह्ह्हह्ह और अंदर जोर से.

ऊऊओह्ह्ह्ह डीयररर ऊऊओह्ह्ह्हह्ह उउउउउउफफ्फ्फ्फ़ आआह्ह्ह्हह आआह्ह्ह्हह्ह उउइइइइइइ आअह्ह्ह्हह उउउउमाआहहहहहहहहह ऊऊऊऊह्ह्हह्ह्ह्ह.” मैं उमा को 25 मिनट तक चोदा फिर मैं और उमा दोनों डिसचार्ज हो गए. फिर मैंने मेरा घर में फ़ोन करके बोल दिया आज मैं थोड़ा काम से फंस गया है रात में नहीं आ पाऊंगा कल सुबह आऊंगा. फिर मैं उमा को रात भर चोदता रहा मैंने उमा को 5 बार चोदा. उस दिन मेरी रियल स्टोरी है और आज भी जब भी मुझे टाइम मिलता है तो मैं और उमा सेक्स का पूरा आनंद लेते है और आज तक न मेरे घर में पता है ना उसके हस्बैंड को.

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