नमस्कार दोस्तों, कैसे है आप सब उम्मीद करता हूँ आप सब मस्त होंगे. पिछली कहानी बहन को चोदने के लिए दिमाग लगाया में मैंने आपको बताया था कि कैसे मैंने अपनी बहन मलकीत को चोदा था। अब मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने अपनी छोटी बहन अमनप्रीत को चोदा। अमन भी मलकीत की तरह बहुत सेक्सी है। Bhai Dooj Chudai Kahani
अब उसकी उम्र 21 साल है, लेकिन जब मैंने उसे पहली बार चोदा था, तब वह 18 साल की थी। उसका फिगर 32-26-32, गोरा रंग, 5 फीट 9 इंच की हाइट—कोई भी उसे देखे तो पागल हो जाए। मलकीत को चोदने के बाद अब मेरा मन था कि मैं अमन को भी चोदूँ।
उसके बूब्स, उसकी गांड—जब वह घर में इधर-उधर घूमती या काम करती, तो उसके आधे नंगे बूब्स और थिरकती हुई गांड देखकर मैं पागल हो जाता था। कई बार मेरा मन किया कि मैं मलकीत से कहूँ कि वह अमन को मेरे लिए तैयार करे, लेकिन फिर मैंने सोचा कि नहीं, अमन को मैं खुद ही तैयार करूँगा।
जब भी वह नहाने जाती, मेरा मन करता कि मैं उसे नहाते हुए देखूँ। इसलिए मैंने बाथरूम के दरवाजे में एक छोटा सा छेद कर दिया। एक दिन जब घर पर कोई नहीं था, मैं इंतज़ार कर रहा था कि कब अमन नहाने जाएगी। दोपहर 1 बजे के करीब वह नहाने गई।
मैं फटाफट दरवाजे के उस छेद पर आँखें टिका कर बैठ गया। अमन ने पहले अपनी जींस उतारी। उसकी गोरी टाँगें बहुत सेक्सी थीं। उसने काले रंग की ट्रांसपेरेंट पैंटी पहनी थी, जिसे उसने उतार दिया। अब वह नीचे से पूरी नंगी थी। उसकी चूत पर छोटे-छोटे बाल थे, उसे देखकर तो जैसे मेरे बदन में बिजली सी दौड़ गई।
फिर अमन ने अपना टॉप उतारा। अब वह सिर्फ़ काले रंग की ट्रांसपेरेंट ब्रा में थी। कुछ देर बाद उसने वह भी उतार दी। अब अमन पूरी नंगी थी और मैं बाहर अपना लंड पकड़कर सब देख रहा था। अमन के मोटे-मोटे बूब्स देखकर तो मैं पागल ही हो गया था।
मेरा मन किया कि मैं दरवाजा तोड़कर अंदर चला जाऊँ। मैं वहाँ से उठकर अपने कमरे में आ गया। अमन को नंगा देखने के बाद मैं पागल हो चुका था। कुछ देर सोचने के बाद मैं वापस वहाँ गया और बाथरूम का दरवाजा खटखटाया। अंदर से अमन बोली, “क्या हुआ, भाई?”
मैंने कहा, “साबुन चाहिए।”
उसने कहा, “अच्छा, 1 मिनट रुक।”
उसने हल्का सा दरवाजा खोला और हाथ बाहर निकालकर साबुन मेरी ओर बढ़ाया। लेकिन मुझे साबुन नहीं, अमन की चूत चाहिए थी। मैंने दरवाजे को थोड़ा धक्का दिया और दरवाजा पूरा खुल गया। मैं अंदर आ गया। मुझे देखकर अमन फटाफट खुद को छुपाने लगी और बोली, “भाई, ये क्या बदतमीजी है? तू पागल हो गया है?” उसने एक हाथ से अपने बूब्स और एक से अपनी चूत छुपा रखी थी। वह तौलिया नहीं ले सकती थी, क्योंकि तौलिया मेरे पास टंगा हुआ था।
मैं बोला, “हाँ, मैं पागल हो चुका हूँ, तेरी चूत के लिए पागल हूँ।”
वह पानी में भीगी हुई और भी सेक्सी लग रही थी। वह डर गई और डरी हुई आवाज़ में बोली, “भाई, तू ऐसा नहीं कर सकता। मैं तेरी बहन हूँ। ये हमारे रिश्ते को शोभा नहीं देता। प्लीज भाई, तू बाहर चला जा। मैं ये बात पापा-मम्मी को नहीं बताऊँगी।”
मैंने कहा, “गुड, ऐसी बातें पापा-मम्मी को नहीं बतानी चाहिए।”
वह रोने लग पड़ी। मैं उसके पास गया और बोला, “तू रो मत। मैं तेरा भाई हूँ। अगर तू रोएगी, तो मैं भी रो दूँगा। और इसमें हरज ही क्या है? हम किसी को पता नहीं चलने देंगे कि हमने ये सब किया है। ये बात हम दोनों के बीच रहेगी।” वह रोते-रोते घुटनों के बल नीचे बैठ गई। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैंने अपने कपड़े उतारने शुरू किए और पूरा नंगा होने के बाद मैं भी उसके साथ नीचे बैठ गया। मैंने कहा, “देख, अब मैं भी नंगा हो गया हूँ।” उसने शर्म से सिर नीचे झुका रखा था। मैंने उसका सिर ऊपर उठाया और एक जोरदार किस कर दी। वह और तेज़ रोने लगी।
मैंने उसे फिर से किस की और तब तक नहीं छोड़ा, जब तक वह चुप नहीं हुई। अब मैंने उसके हाथ उसके बूब्स और चूत से हटाए और बूब्स को मसलने लगा। वह जोर-जोर से आहें भरने लगी। बोली, “भाई, आराम से करो, दर्द हो रहा है।” जैसे ही उसने ये बोला, मैं और जोर से शुरू हो गया।
अब मैं उसके बूब्स चूसने लगा। वह अब मस्ती में डूब चुकी थी। उसे ऐसा लग रहा था जैसे वह किसी जन्नत में हो। उसके बूब्स चूसने के बाद मैंने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और बोला, “इसे चूस।” पहले तो उसने मना कर दिया, लेकिन बाद में मान गई।
करीब 10 मिनट तक मैंने अपना लंड उसे चुसवाया और उसके मुँह में ही अपने लंड का अमृत निकाल दिया। मैंने उसे बोला, “इसे पी जा।” उसने पूरा अपने अंदर निगल लिया। फिर मैंने उसे बोला, “अब तू मेरा लंड चाटकर साफ कर।” मेरे कहते ही वह एक कुतिया की तरह मेरे लंड को चूसने लगी।
फिर मैंने उसे बोला, “अब मैं तेरी चूत मारूँगा।” मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और एक झटका दिया। वह दर्द से चिल्ला उठी। बोली, “नहीं भाई, प्लीज ये मत करो, बहुत दर्द हो रहा है।” मैंने कहा, “अब एक-दो शॉट्स की बात है, बाद में बहुत मज़ा आएगा।”
ये बोलते हुए मैंने एक और झटका मारा और इसके साथ मैंने अपनी बहन की वर्जिनिटी तोड़ दी। तीन-चार झटकों में ही मेरा 9 इंच लंबा लंड मेरी बहन की चूत में था। वह दर्द से चिल्ला रही थी। मैंने साथ-साथ उसे किस करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे झटके मारने लगा।
वह “आह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह उफ्फ उफ्फ नो प्लीज” चिल्ला रही थी, लेकिन कुछ ही देर बाद वह भी मेरे झटकों का मज़ा लेने लगी। वह बोली, “यस ब्रो, फक मी। यू आर बेस्ट ब्रदर इन दिस वर्ल्ड। फक मी हार्ड, आई एम योर व्होर।” करीब 15 मिनट बाद मैंने अपनी बहन की चूत में ही अपना अमृत छोड़ दिया और उसे कसकर गले लगा लिया। फिर उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया। वह बोली, “मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं अपने भाई के साथ ये सब करूँगी। लेकिन आज जब ये हो गया, तो मुझे बहुत शर्म आ रही है।”
मैंने उसे किस करते हुए कहा, “इसमें कोई हरज नहीं है। तू ये मत सोच कि मैं तेरा भाई हूँ। तू ये सोच कि मैं तेरा बॉयफ्रेंड हूँ। और बॉयफ्रेंड के साथ ये सब करना चाहिए।” उसने मुझे कसकर गले लगाया और किस करते हुए बोली, “हाँ, अब मेरा भाई ही मेरा बॉयफ्रेंड है।” फिर हम एक साथ नहाए। बाहर आने के बाद भी हमने 5 बार सेक्स किया। जब रात को मम्मी-पापा और मेरी दूसरी बहन मलकीत आई, तो हम अपने-अपने कमरे में जाकर बैठ गए। अब जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं अपनी दोनों बहनों को चोदता हूँ। लेकिन दोनों इस रिश्ते को एक-दूसरे से छुपाती हैं।
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