नाजनीन को चोदने के पहले उसकी माँ चोदना पड़ा

मेरा नाम अस्दुदीन है और में बिहार मुज्ज़फरपुर का रहने वाला हूँ. आज में आपको मेरी पड़ोसी नाजनीन और रुबिया की गदराई हुई जवानी की कहानी बताने जा रहूँ. यह बात मेरे कॉलेज टाईम की है, उस टाईम में नाजनीन को कोचिंग पढ़ाया करता था और उस टाईम वो छोटी बच्ची थी, लेकिन अब वो बड़ी हो गयी है. Hot Aunty Sex

अब उसके बूब्स 34 साईज के हो गये है और उसकी गांड तो 42 साईज की हो गयी है, उसकी हाईट ज़्यादा नहीं है इसलिए उसकी गांड और भी ज़्यादा बाहर निकल आई है. उसके पापा की मौत के बाद उसकी माँ ही उसकी देखभाल करती है और में उसकी माँ को मामी बुलाता हूँ.

फिर एक दिन मेरे घर पर उसकी माँ आई और बोली कि अस्दुदीन तुम नाजनीन को फिर से कोचिंग पढ़ा दो ना, उसे गणित में प्रोब्लम हो रही है. उस टाईम नाजनीन 12वीं क्लास में थी, तो मैंने हाँ बोल दिया. फिर शाम को नाजनीन मेरे घर आई.

उस टाईम मेरे दिल में उसके लिए कुछ भी गलत नहीं था मगर जब वो मेरे सामने आई तो उसे देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया. वो क्या माल लग रही थी? अब मेरा दिल कर रहा था कि आज बस पटक कर चोद दूं, लेकिन में ऐसा नहीं कर सकता था.

अब पढाई के दौरान मेरी नज़र उसके बूब्स और गांड पर ही रहती थी, अब में बस यही सोचता रहा था कि कैसे में उसे पटाकर चोद दूँ? अब वो भी मुझसे चिपक-चिपककर बात करती और प्रश्न उत्तर पूछती रहती थी. अब मेरा तो लंड हर वक़्त खड़ा रहता था, बस कोई उपाय लगाकर इसको फंसाया जाए और चोदा जाए, लेकिन में कुछ कर नहीं पा रहा था.

फिर एक दिन जब में अपनी छत पर था तो मैंने देखा कि उसकी माँ मेरे पड़ोसी परवेज के घर में जा रही थी. अब मुझे लगा कि कोई काम होगा, लेकिन वो दोनों ऐसे रूम में गये, जहाँ कोई नहीं था.

अब मुझे कुछ शक हुआ कि कोई बात जरुर होगी तभी तो वो दोनों अकेले में गये है. अब में छत से लगे रोशनदान से देखने लगा कि क्या बात है? अब वहाँ का नज़ारा देखकर मेरा लंड तो उछलने लगा था. अब मामी पूरी नंगी हो गयी थी और परवेज अंकल का लंड चूस रही थी, उनका लंड एकदम काला था मगर बहुत बड़ा था.

अब मामी 9 इंच का लंड चूसते हुए बोल रही थी कि आज मुझे चोदकर मेरी प्यास बुझा दो, बहुत टाईम हो गया है इस चूत में कोई लंड नहीं गया है, आज में तुम्हरा इतना बड़ा लंड लेकर अपनी चूत की प्यास बुझाऊँगी. अब मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि मामी ऐसी है.

फिर मैंने झट से अपना मोबाइल निकालकर यह सब रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. अब वो दोनों अपनी चुदाई में इतने मग्न थे कि उन्हें पता ही नहीं चला की में उनकी चुदाई की रिकॉर्डिंग कर रहा हूँ और देख भी रहा हूँ. अब मेरा भी लंड चुदाई के लिए पागल होने लगा था. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

अब मैंने भी सोच लिया था कि में शाम को नाजनीन को यह रिकॉर्डिंग दिखाकर चोदूंगा. अब खलील अंकल मामी की जमकर चुदाई कर रहे थे. अब पूरा शांत रूम चुदाई की आवाज़ से गूंजने लगा था पच पच पच. अब चूत के रस से लंड और सटासट अंदर बाहर हो रहा था.

अब यह सब देखकर में बेचैन सा होने लगा था और फिर उनकी चुदाई ख़त्म होने पर मैंने अपने बाथरूम में मुठ मारकर अपने लंड को शांत किया. फिर शाम को में खुद ही मामी के घर चला गया और मामी को देखा तो वो किचन में थी.

फिर मैंने वहाँ जाकर बोला कि मामी मुझे नाजनीन को चोदना है. तो मामी बोली कि क्या बकवास कर रहा है? तुझे शर्म नहीं आई ऐसा बोलते हुए. फिर मैंने भी उन्हें मोबाईल दिखाते हुए बोला कि आपको शर्म नहीं आई परवेज अंकल से चुदवाते हुए, आज आप मेरी नाजनीन से चुदाई करवावोगी, नहीं तो में सबको यह दिखा दूंगा.

अब मामी रोने लगी तो मैंने भी उन्हें समझाया कि लंड और चूत की प्यास है मामी बुझाने दो ना, नाजनीन भी आपकी तरह प्यासी है उसे भी मेरे लंड की ज़रूरत है. फिर मामी भी मान गयी तो मैंने उन्हें गले से लगा लिया और उनको किस करते-करते बूब्स दबाने लगा.

अब वो भी मस्त होने लगी थी. अब में अपने एक हाथ से उनकी गांड भी दबाने लगा था और अब वो एकदम चुदासी हो गयी थी. फिर मैंने अपना एक हाथ उनके कपड़ो के ऊपर से ही उनकी चूत पर रख दिया और ज़ोर-जोर से रगड़ने लगा. अब मामी चुदवाने के लिए पूरी तैयार हो गयी थी.

फिर मैंने उनके सूट को उतारना शुरू कर दिया और अब वो पूरी नंगी हो गयी थी. फिर में मामी के बूब्स दबाने लगा और उनके निप्पल को मसलने लगा था. अब मामी ने अपनी आँखे बंद कर ली और उनकी चूत पर बहुत बाल थे, लेकिन उनकी चूत बहुत मस्त लग रही थी, वो बिल्कुल बिना चुदी लौंडिया लग रही थी.

फिर मामी ने मेरे लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ लिया तो मैंने उनको बैठा दिया और अपना लंड मेरी पेंट से बाहर निकालकर सीधा उनके मुँह में घुसा दिया. अब वो मेरा लंड लॉलीपोप की तरह चूसने लगी थी और अब में अपने पूरे जोश में आ गया था. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

फिर मैंने मामी के सिर को पकड़कर उनके मुँह को ही चोदना चालू कर दिया. अब में इतने जोश में था कि मुझे होश ही नहीं था कि में उनका मुँह चोद रहा हूँ या चूत. अब मुझे कुछ पता ही नहीं चल रहा था. अब मामी की हालत खराब होने लगी थी, फिर उसने मुझे रोका और फिर वो किचन में ही लेट गयी और मुझे अपने ऊपर खींच लिया. फिर मैंने मामी को किस करते हुए अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा पूरा का पूरा लंड झट से उनकी चूत में घुस गया.

फिर में अपनी पूरी ताक़त और स्पीड से मामी को चोदने लगा. अब मामी भी अपने चूतड़ उछाल-उछालकर मेरा साथ दे रही थी और अब में भी अपने जोश में उनकी चूत फाड़े जा रहा था. अब पूरे किचन में चुदाई की आवाज़ गूँज़ रही थी. अब में मामी को कभी खड़ा करके चोद रहा था तो कभी घोड़ी बनाकर चोद रहा था. अब वो मुझसे बोल रही थी कि तुम तो परवेज से भी ज़्यादा चुदक्कड़ हो मेरे राजा में ज़रूर अपनी नाजनीन की चूत में तेरे लंड को डलवाऊंगी ताकि उसकी चूत की सील तुम ही तोड़कर उसे कली से फूल बनाओ और इस तरह मैंने मामी को चोदकर तृप्त कर दिया.

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