माँ फ़ोन पर नंगी हो चुकी थी बस बिस्तर पर बचा था

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम रिंकू है, मैं सुल्तानपुर का रहने वाला हूँ. ये स्टोरी जो मैं आपके सामने रखने जा रहा हूँ ये मेरी रंडी माँ अनीता और मेरे क्लासमेट आलोक के बीच बने नज़ायज़ संबंधो के बारे में है, मेरी माँ अनीता एक गोरी, सुडोल, और कामुक महिला है जिससे देख के किसी को भी उससे चोदने का मन करने लगेगा. Mom XXX

उसकी चुचिया एकदम गोल और 38 साइज़ की है और गांड तो ऐसी है की जब वो साडी पहन के चलती है तो उसकी गांड मटकती है और बाकी लोग उसको ठोकने के सपने देखते. मेरी माँ की एज 45 रही होगी उस टाइम और मेरा दोस्त 23 का था वो मेरे से 3 साल बड़ा था पर मेरी ही क्लास मे था.

मेरे पापा एक प्राइवेट केमिकल फॅक्टरी मे काम करते है तो मोस्ट्ली गुजरात ही रहते है, घर पे मैं और मेरी चुड़क्कड़ माँ ही रहते है. मुझे पहले नही लगता था की मेरी माँ ऐसी होगी हां पर ये ज़रूर था की वो सारी ऐसे पहनती थी की कोई भी गरम हो जाए.

उसके बूब्स उसके लो कट ब्लाउस से झाकते थे, सारी नेट की ट्रॅन्स्परेंट होती थी, या फिर ब्रा की स्ट्रीप बाहर झांकती रहती थी. अब मैं स्टोरी पे आता हूँ मेरा फ्रेंड आलोक को मैं घर लेके आया और माँ से इंट्रो कराया वो मेरी माँ को देखता रह गया.

हम लोग बात कर रहे थे तब भी वो माँ को ही देख रहा था ये मैने नोटीस किया. आलोक आंटीयो का बहुत दिवाना है, और मैने और उसने कई आंटी चोदी है. पर मुझे नही लगता था की उसकी नज़र मेरी माँ पे भी होगी.

अब वो रेग्युलर्ली मेरे घर आने लगा और माँ के साथ फ्रेंड्ली होने लगा कई बार तो वो मेरे नही रहने पे भी आता था. एक दिन मुझे आलोक को कॉल करनी थी तो मैने माँ का सेल यूज़ किया तो देखा की आलोक का नो. सेव्ड है तो मुझे कुछ डाउट हुआ.

मैने फिर फ़ोन चेक किया तो आई वाज़ शॉक्ड माँ उससे चैट कर रही थी और चैट भी अब बहुत आगे हो चुकी थी माँ फोन पे नंगी हो चुकी थी अब बस बिस्तर बाकी था. मै अब रोज़ चुपचाप माँ का फ़ोन चेक करने शुरू किए तो मुझे पता चला की ये दोनो बस मेरे बाहर होने का वेट कर रहे है.

मैने भी इन्हे मौका देने की सोची क्यूंकी मैं माँ को ब्लॅकमेल करना चाहता था ताकि वो हमेशा मेरे कंट्रोल में रहे. बस फिर क्या मैने माँ से कहा मैं कल अपने फ्रेंडस के साथ लखनऊ रहा हूँ नेक्स्ट डे मॉर्निंग में आऊंगा. मैं 2 बजे आफ्टरनून में घर से निकाला और देखने लगा. “Mom XXX”

3 बजे के आस पास आलोक घर मे आया, माँ एक ब्लॅक कलर की सेक्सी ट्रॅन्स्परेंट सारी पहन रखी थी. जिसके ब्लाउस में से हाफ बूब्स बाहर झाक रहे थे. वो दोनो अंदर गये मैं भी पीछे से अंदर गया तब तक वो दोनो बेड रूम में जा चुके थे.

मैं अपने रूम के वेंटिलेटर से सब देखने लगा और साथ में पिक्स भी लेने लगा. माँ आलोक की आर्म्स में थी और आलोक ने सारी का पल्लू हटा दिया था और उनके बूब्स मसल रहा था और किस कर रहा था. फिर उसने माँ की लिप्स पे स्मूच करना स्टार्ट किया.

माँ फुल सपोर्ट कर रही थी और वो भी स्मूच कर रही थी, आलोक भी धीरे से स्मूच करते करते एक हाथ अनीता के पेटिकोट में डाला और उसकी चड्डी उतार दी. फिर आलोक मे माँ की बूर में उंगली करनी स्टार्ट कर दी माँ मचलने लगी. “Mom XXX”

पर आलोक ने उसका मूह अपने स्मूच से बंद कर रखा था, फिर आलोक भी उसके ब्लाउस को ऐसे झटका से खोला की वो फट गया और माँ के दूध के गोदाम को आज़ादी मिल गयी. उसका ब्रा उन्हे रोकने की नाकाम कोशिश करने लगा.

आलोक उन्हें कभी मसल रहा था कभी काट रहा था और माँ एंजाय कर रही थी और आहे भर रही थी. अब आलोक ने अपने कपड़े उतारे और माँ के सामने नंगा हो गया उसका 7 इंच का तना हुआ लौड़ा माँ को चखने का वेट कर रहा था.

माँ उसे हिलाने लगी तो आलोक ने उससे सक करने को कहा तो माँ आनाकानी करने लगी पर आलोक ने फोर्स किया तो वो सक करने लगी वो भी धीरे धीरे. आलोक जैसे ही गरम हुआ उसने पूरा लौड़ा माँ के मूह मे थूस दिया और बाल पकड़ कर अंदर बाहर करने लगा माँ कुछ नही कर पा रही थी. “Mom XXX”

जब उसने लौड़ा निकाला तो माँ लंबी लंबी सास ले रही थी और आलोक का लौड़ा एकदम चमक रहा था. अब आलोक की बारी थी उसने माँ का पेटिकोट हटाया तो उसमे से माँनो जन्नत निकल कर आई माँ की गुलाबी बूर बिना झाटों की.

आलोक उस पर टूट पड़ा और उससे खाने लगा अब तो माँ एकदम गरम हो गयी थी और आलोक का फेस अपनी बूर में घुसा रही थी और “आ आ ह्म आ आ आ म्‍म्म्मम अहमम्म्म” की मस्ती भारी आवाज़ निकल रही थी.

अब आलोक भी माँ की ब्रा निकल फेको और उसके बूब्स को मसल रहा था और बूर चांट रहा था. माँ जैसे सातवें आसमाँन पे पहुच गयी थी और अचानक से “आ अहमम्म्ममहहां.एमेम आह” की आवाज़ और तेज़ हुई और माँ झार गयी, उससे देख के लग रहा था की जैसे उससे जन्नत नसीब हुई है. “Mom XXX”

आलोक ने अब अपने औज़ार को माँ की बूर से सताया और टाँगे चौड़ी की माँ की और एक प्यारा सा झटका दिए जिससे उसके लंड का टोपा माँ की प्यासी बूर में घुस गया. और माँ ने “आह” करके एक गरम आँह भारी और आइज़ क्लोज़ कर ली.

फिर आलोक ने एक और थोडा दमदार झटका दिया और माँ की बूर को चीरता हुआ उसका लौड़ा अंदर चला गया. अब आलोक माँ को पेलने लगा वो पूरे लौड़ा पहले अंदर से बाहर निकलता फिर पूरा अंदर डालता. माँ उतनी ही आहे भारती,”आ आ एमेम.म्माहम्म्म्म, आराम से आहाहम्‍म्म, धीरे आलोक” की आवाज़े कमरे में घूम रही थी.

फिर आलोक अचानक रुक गया माँ ने उससे तुरंत पूछा तो उसे माँ को कुतिया बनने को कहा. माँ पालतू कुतिया की जैसे उसकी बात माँन रही थी अब उसने पीछे से माँ की बूर पेलना शुरू किया और स्पीड भी बढ़ा दी. पुरे कमरे में अब माँ की “ही आ आहम्‍म्म्महह” जैसी गरम आहों के अलावा उसकी जाँघो से माँ के चूत की ठुकाई की “पच पच पच पच” जैसी मधुर आवाज़ गूँज रही थी. अब वो झरने वाला था तो उसने माँ के बाल पकड़ कर और तेज़ चोदने लगा जैसे वो किसी घोड़े की सवारी कर रहा हो.

और माँ भी “आ आलोक धीरे आ आलोक म्‍म्म्मममहह बस करो ओमम्म्मममहह” चिल्लाने लगी और दोनो एक साथ झड गये, और वो माँ के ऊपर ही फारिग हो गया. फिर दोनो अलग हुए तो दोनो की सासे तेज़ भाग रही थी और माँ के फेस पे एक ग्लो के साथ सेटिस्फेक्शन था. इस इन्सिडेंट के बाद उसने माँ को कई बार पेला, और गांड भी मारी. मैने भी उसे डरा कर उसकी माँ को चोदा और अब हम दोनो अपनी मोम्म की स्वापिंग करते है.

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