ये मेरी सच्ची कहानी है जो आज से 5 साल पहले चालू हुई और तीन साल तक चली। ये बात तब चालू हुई जब मैं ट्रांसफर से एक नया जगह गया और वह 20 साल की लड़की को कम पर रखा वो सावली लेकिन सुंदर और स्लिम थी। बीवी साथ मे थी नही तो मुझे चुदास लगी तो उसे मैं मौका देखकर स्पर्श करने लगा. Virgin Maid Chut Chudai
फिर एक दिन किश कर दिया वो मुझे खुश दिखी फिर। दूसरे दिन सुबह वो जल्दी आ गयी तो फिर उसे किश करके उसके दूध दबाने लगा तो वो गर्म हो गयी तो सीधा उसको अपना 6 इन्च का लौड़ा पकड़ा दिया तो वो मेरा लौड़ा सहलाने लगी और मेरे लौड़ा को देखने लगी फिर उसे बिस्तर पर लिटाकर नंगी कर उसके बुर के टिट को सहलाने लगा।
उसके बुर का क्लाइटोरिस थोड़ा बड़ा था वो गुद गुदी से अपने पैर चिपकाने लगी और उसका बुर गिला। फिर सोचा अब देर नही करना चाहिए सभी पड़ोसी सोये हुए हैं और लड़की बुर के दर्द में चिल्लाये तो कोई नही सुनेगा और फिर अपने लौड़ा पर निरोध लगा कर उसके बुर में घुसाने लगा उसका बुर बहुत टाइट था.
बहुत मुश्किल से धीरे धीरे घुसाया तो वो कराहने लगी और बुर से खून आने लगा फिर उसे धीरे धीरे कि चोदने लगा थोड़े ही देर में वो अपने आप को सिकोड़ कर बुर का पानी मेरे बिस्तर पर छोड़ दी शायद थोड़ा मूत भी डाली फिर मुझे चोदने से रोकने लगी.
तो लौड़ा से निरोध निकाल कर उसके हाथों से घोटवा कर अपना बीज उसके बुर के ऊपर ही निकलवाया। दुसरे दिन आयी तो खुश दिखी और उस दिन भी जल्दी आयी मतलब चुदने का मन था तो उसे इस दिन ब्लू फिल्म दिखाकर गर्म किया ताकि लौड़ा चूसना देखे और बताया कि लौड़ा को चूसकर गिला कर बुर में लेने से बुर में दर्द नही होता तो वो लौड़ा चूसने लगी।
उसके लौड़ा चूसने से ये लगा कि वो पहले भी लौड़ा चूसी है भले ही वो बुर नही चुदाई थी। फिर उसे उस दिन दो बार चोदा। फिर तो ऐसा होगया की वो रोज सुबह जल्दी आकर सुबह सुबह मेरा लौड़ा चूसना चालू कर देती थी और ऐसे ही मैने एकबार उड़के मुह में झाड़ दिया तो वो पि गयी और फिर भी लौड़ा को चुस्ती रही।
फिर मैंने पूछा तो वो बताई पहले जिन अंकल के यहाँ काम करती थी वो मुझे पैसे देकर लौड़ा चूसवाते थे जब आंटी सुबह वाकिंग पर जाती थी मैं उनका बीज थूक देती थी। उन अंकल का ट्रांसफर होने पर मुझे ठीक लगा फिर कुछ दिनों बाद मुझे खुद लौड़ा चूसने का मन करने लगा।
अंकल का लौड़ा तो बदबू आता था आपका तो मस्त खुसबू आता है आप धोया मत करो मैं आपका लौड़ा चूस कर साफ करूँगी और रोज आपका बीज पियउँगी। फिर वो रोज मेरा लौड़ा चूसकर बीज पीती थी और कभी कभी चुदती थी । बोलती थी कि आपका लौड़ा मोटा है मेरा बुर दर्द करता है, बहुत मन करेगा तो चोद लेना पर रोज मेरे मुह को चोद लिया करो।
पर उसका बुर मेरी बीवी के बुर से बहुत टाइट था और बुर चोदने में बहुत मजा आता था इसलिए उसे तो हफ्ते में 3-4 बार उसे चोद लेता था। एकबार अपनी बीवी को चोद कर आया ठंडी का दिन था तो नहीं नहाया था और लौड़ा को भी नही धोया था तो बीवी की बुर का पानी लौड़ा मे लगा था। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
ये मेरा लौड़ा निकाल के सहलाने लगी फिर खड़ा हुआ तो चूसने के लिए मुह लगाई तो मना किया कि बीवी के बुर का पानी लगा है तो पहले लौड़ा को सूंघ कर बोली क्या मस्त खुसबू है और चूसने लगी और चूस के बीज पिगयीं। फिर बोली अब जब भी बीवी को चोद कर आते हो तो धोया मत करो उनके बुर के पानी मस्त टेस्टी है मैं चाटकर साफ करूँगी।
मैं कभी सोचा नही था कि रियल लाइफ में ऐसे हो सकता है की एक लड़की दूसरी की बुर का पानी चाट कर पिले पर उसे बहुत पसंद था। वो धीरे धीरे मेरा आंड चाटना चालू की फिर मेरे दोनो पैर को उठा कर उस जगह को चाट ना चालू की जहाँ लड़कियों का बुर होता है और मेरे गांड के छेद तक जीभ से चाटने लगी। मुझे गांड चटवा कर बहुत मजा लगा।
मुझे आश्चर्य हुआ कि कम पढ़ी लिखी लड़की जिसके पास मोबाइल भी नही की ब्लू फिल्म देखे वो कहा से ये सीखी। तो उसने ये बताया कि उसका भाई दारू पीकर आता है और उसकी भाभी से अपना आंड और गांड चटवा ता है फिर उसे सुला कर उसका मुह चोदता है फिर उसके मुह में बीज गिरता है।
उसकी भाभी उसके भाई का आंड और गांड चाटते समय अपना बुर सहलाकर पानी निकालती थी। कभी कभी उसका भाई उसकी भाभी का बुर चोदता था। उसे शुरु में बहुत गंदा लगता था फिर उसे खुद मन करने लगा की वो भी किसी का लौड़ा आंड और गांड चाटे।
जब वो दो साल बाद जब 18 कि हुई तो अंकल उसको अपना लौड़ा चुसवाने लगे शुरू में तो उसे उल्टी होने लगती थी पर धीरे धीरे पैसे के लिए वो अंकल का लौड़ा चूसने लगी। फिर बाद में अंकल उसका मुह चोद कर मुह में बीज गिराने लगे जिसे वो थूक देती थी.
फिर भी थोड़ा बहुत गले के नीचे चला जाता था। अंकल के ट्रांसफर के 6 महीने बाद उसे फिर लौड़ा चुसने का बहुत मन होने लगा। फिर जब मुझसे उसे मेरे घर काम करने मिलाया तो वो मेरा लौड़ा चुसने का सपना देखने लगी। इसलिए वो काम करते समयझुक कर अपना चुचे दिखती थी।
फिर वो दिन आया जब मैं उसे चूमा तो वो रात में दो बार बुर सहला कर पानी निकाली और सुबह सुबह जल्दी काम पर आगयी। वो कभी चुदवाने का नही सोची थी पर पहले ही मैं चोद कर उसका सील तोड़ दिया। आखिर 2-3 बाद ही वो मेरा लौड़ा चुसने लगी और जल्द ही बीज पिने लगी।
मेरे लौड़ा को अभी तक 8 लड़की और औरतों ने चूस उसमे से 4 लोग बीज पिये। उनमे से ये नौकरानी और एक भाभी पूरी खुशी से बीज पीती थी और मेरे लौड़ा और आंड को सौक से चाट टी थी। 3 साल तक उसके साथ मज़ा किया। उस लड़की के बुर का टिट जो बाहर निकला था मस्त कमल के फूल जैसा था। उसकी गांड भी एक दो बसर चोदा।
उसके मुंह को मैं बुर की तरह चोद कर बहुत मजा किया। मैने महसूस किया कि जितना लड़की की मुह चोद ने में मजा आता है उतना बुर और गांड चोदने में मज़ा नही आता। जितना चुदाई का सुख मुझे उस लड़की से मिला उतना बीवी को चोदने में नही मिला।
मुझे मेरी कुंवारी नौकरानी बोलती थी कि उसकी भाभी शक करती है कि मैं उसका बुर चोदता हुँ। तो मैंने उसको पूछा कि तुम्हारी भाभी को भी चोद लू तो तुम्हे बुरा तो नही लगेगा? तो उसने बोला कि उसे कभी कभी चोदना क्योंकि उसके पास उसका पति है लेकिन मुझे रोज चोदना या लौड़ा चुस्वाना।
तो मैं उसको बोला कि मेरे पीठ में दर्द है बोलके तेरी भाभी को मालिश करने बोलूंगा तो तुम बोलना की जाओ भाभी मालिष कर दो सर को तकलीफ है। वैसा ही हुआ उसकी भाभी मालिस की तो अंडर वियर को तेल लगेगा बोलके थोड़ा नीचे कर दिया फिर पलट कर उसे सिने को मालिश करने बोला.
तो मेरा खड़ा लंड उसे अंडर वियर के ऊपर से दिखने लगा और थोड़ा मेरा झांट का बाल दिखने लगा। उस दिन उसे गर्म होने दिया कूछ किया नहीं। और उसकी ननद को बोला कि जब वो मालिश चालू करेगी तो तुम दूसरे घर काम करने चले जाना अपनी भाभी को मालिश करके आने बोलकर।
वैसा ही उसने किया तब मैं सिने के मालिश के साथ उसे नाभि के नीचे क़मर के पास मालिश करने बोला और वो जब मालिश करते वक़्त लौड़ा के पास हाथ ले जाने लगी तो उसके तरफ देखकर मुस्कुराते हुए आँख बंद कर लिया। फिर वो अंडरवियर के इलास्टिक के अंदर तक हाथ ले जाने लगी.
तो मैं झट से अंडर वियर नीचे कर दिया तो वो मुसकुरने लगी तो मैंने तुरन्त उसे अपना खड़ा लंड पकड़ा कर आंख बंद कर लिया। वो थोड़े देर लंड सहलाने के बाद मुह से चुसने लगी। मैं आंख खोल के आश्चर्य से देखा फिर धीरे धीरे उसका मुंह कि चोदने लगा।
वो सीधा मेरे ऊपर चढ़ने लगी तो तुरंत उसे रोक कर लंड पर निरोध लगाया फिर उसे ऊपर चढ़ के मुझे चोदने बोला। मुझे यकीन नही हुआ कि उसका बुर भी टाइट था। मैंने पूछा तो बोली कि उसके पति का लंड छोटा और पतला है और महीने में 4-5 बार ही चोदते हैं। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैं अपने ननद को आपका लौड़ा चूसते देख ली थी उस दिन से मैं उस से जल रही थी और आपसे चुदने की सोच रही थी। बोली कि ननद को नही बताना। तो मैंने बताया कि ननद ही तुम्हे मुझसे चुदने के लिए चाहती थी ताकि वो तुम्हारे मेरे घर मे काम करते समय आराम से चुदा सके और लौड़ा चूस सके तो वो खुश हो गयी।
फिर ऐसा होगया की उसकी ननद सुबह आराम से मेरा लौड़ा चुस्ती थी और चुदती थी और उसकी भाभी अचानक रूम में आकर देखकर मुस्कुरा कर चली जाती थी। मैन भाभी को चोद ते और लौड़ा चुसते हुए उसकी ननद को भी विंडो से कई बार दिखाया।
फिर तो हम लोग फ्री हो गये ननद भाभी से बोलती थी जाकर साहब की मालिश कर और अपने बुर का भी मालिश करा लें साहब के लौड़ा से आज मेरा मन नही है तो कभी भाभी बोलती थी कि आज रात तेरे भाई ने मुझे चोदा है आज तू मस्त चुदा ले बोल तो साहब का लौड़ा हाथ से पकड़ कर तेरे बुर में घुसा देती हूं।
धीरे धीरे वो दोनों इतना फ्री होगये की जैसे ही चुदाई चालू हो दूसरी रूम सफाई के बहाने आकर चुदाई देखती थी। एकदिन भाभी बोली कि तू साहब का बीज पीती है बड़ा गंदा लगता होगा। मैं तो तेरे भाई का बीज थूक देती हूं और थोड़ा बहुत अंदर चला जाता है तो बहुत गंदा लगता है। तो उसकी ननद बोली कि साहब का बीज मस्त है एक बार पी कर देखो ठीक नही लगेगा तो थूक देना। फिर अपनी भाभी को मेरा लौड़ा पकड़ा कर चल दी। वो फिर लौड़ा चुसने लगी और लौड़ा को हाथ से घोटने लगी।
जब मेरा बीज निकलने का टाइम आया तो मैं लंड को उसके गले तक लगाया ताकि बीज सीधा अन्दर चला जाये। बाद वो पी गई और बोली का आपका बीज गंदा टेस्ट नही है लेकिन मेरे पति के बीज से दो गुना निकलता है, आज का नाश्ता नही करना पड़ेगा। पर भाभी को चुदने में ज्यादा मजा आता था। आप लोगो को यकीन नही होगा कि 3 साल तक मैंने उन दोनों को इतना लौड़ा चुसाया और चोदा अलग अलग तरीके से कि कोई लाख रुपये देकर रंडी के साथ भी मजा नही ले सकता। मैन ननद की दो बार गांड भी चोदी।
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