मेरा नाम प्रतिमा है। मैं जबरदस्त सेक्सी माल हूँ। मुझे चुदना और गांड मराना बड़ा पसंद है। मैं जब तक अच्छे से चुदवा नही लेती हूँ मुझे रात में नींद ही नही आती है। मेरे पति वैसे तो मुझे लंड रात के टाइम खिलाते है पर जिस दिन उसका ऑफ़ होता है, सारा दिन मुझे पेलते है। मैं ख़ुशी ख़ुशी गांड मरवा लेती हूँ। मेरे बदन में बहुत गर्मी है। चुदवाये बिना चैन नही मिलता है। Lucknow Sexy Lady Chudai
दोस्तों मेरा चेहरा लम्बा है और आँखे सुरमई है। मेरी खूबसूरत आँखे झील की तरह गहरी है जिसमे हर मर्द खो जाता है। हर मर्द मुझे चोदना चाहता है क्यूंकि मैं जैकलीन और उर्वशी रातौला की तरह सेक्सी दिखती हूँ। मेरे पति ने यूनीवर्सिटी के पास एक फ्लैट लिया था। हम दोनों उसमे जाकर रहने लगे।
कुछ ही दिन मे मेरी दोस्ती सामने वाले फ्लैट में रहनी वाली औरत से हो गयी। उसका नाम दिव्या था। कुछ ही दिन में वो मेरी अच्छी दोस्त बन गयी। दोस्तों दिव्या ने मिलकर मेरा सारा अकेलापन दूर हो गया क्यूंकि वो बहुत अच्छे नेचर वाली लड़की थी। उसका पति मनीष रेवेन्यु डिपार्टमेंट में काम करता था। दिव्या मुझसे हर बात शेयर करती थी।
“प्रतिमा!! तेरा पति तुझे कैसे चोदता है??” वो पूछने लगी.
“वो बिस्तर पर लिटाकर चोदता है। कभी कभी घोड़ी बनाकर गांड मारता है” मैं बोली.
“मेरा पति मनीष तो पहले अच्छे से मेरी चूत पीता है। उसके बाद मेरे हाथ पैर को बेड से बांध देता है। उसके बाद जानवरों की तरह मेरी चूत और गांड मारता है” दिव्या बोली.
“कभी मुझे भी अपने मर्द का रसीला लंड खिला दे!!” मैं मजाक मजाक में कहने लगी.
“तेरा जुगाड़ करवा दूंगी” दिव्या बोली.
दोस्तों कुछ दिन बाद हम दोनों सखियाँ साथ में बैठकर ब्लू फिल्म देखने लगी। न तो मेरे बच्चे थे और न ही दिव्या के। इस वजह से कोई डिस्टर्ब करने वाला न था। सामने टीवी में बड़ी खतरनाक वाली चुदाई चल रही थी। मर्द औरत को घोड़ी बनाकर जल्दी जल्दी चोदे डाल रहा था।
औरत “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा सी सी सी” चिल्ला रही थी। ये सब देख देखकर दिव्या गर्माने लगी। सोफे पर बैठे बैठे अपनी साड़ी उठा डाली। और चड्डी में हाथ गुस्साकर जल्दी जल्दी अपनी रसीली चूत में ऊँगली करने लगी। मैं उसका काण्ड देखकर हँसने लगी। दिव्या अब चुदासी हो गयी है।
“आजा बहन!! मुझे मजा दे आकर” वो बोली.
अब मुझे भी कुछ कुछ होने लगा। मैं दिव्या के करीब जाकर सोफे पर बैठ गयी। उसे पकड़ ली। हम दोनों लेस्बियन बनकर किस करने लगे। मैं भी चुदक्कड औरत बन गयी थी। दिव्या मुझे और मैं उसे किस करने लगी। वो मेरे गले लग गयी और कितना मजा आने लगा तब।
कुछ देर बाद हम दोनों अपनी अपनी साड़ी उतार दी। ब्लाउस और पेटीकोट खोल दी। फिर दोनों सखियों ने अपनी अपनी ब्रा और पेंटी उतार डाली। अब दोनों मस्त मस्त माल दिख रही थी। दिव्या कुछ जादा ही चुदासी हो गयी थी.
“प्रतिमा बहन!! आओ मेरी चूत में ऊँगली करो आकर!!” वो बोली.
उसकी जब चूत देखी तो मैं भी इधर चुदासी हो गयी। दिव्या अपनी दोनों टांग खोलकर सोफे पर लेट गयी। मैं उसकी मस्त मस्त चूत को देखने लगी। दोस्तों उसकी चूत बड़ी खूबसूरत थी। उभरी उभरी और फूली फूली गद्दी जैसी दिख रही थी। मैं जीभ लगाकर जल्दी जल्दी चाटने लगी। दिव्या भी मजा काटने लगी। “……अई…अई….अई…..इसस्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….”बोल रही थी।
मैं मस्त होकर चाट रही थी। उसे फुल मजा मिल रहा था। वो भी अपनी गांड उठाने लगी। दोस्तों उसकी चूत का दाना इतना सेक्सी, फिसलनभरा और चिकना था की क्या बताऊं। मैं जीभ लगा लगाकर उसके दाने को छेड़ रही थी। जल्दी जल्दी हिला हिलाकर चूस रही थी। उसकी चूत का मीठा रस चाट रही थी। दिव्या जन्नत का मजा ले रही थी।
“प्रतिमा बहन!! चूस और चूस मेरी भोसड़ी को!! …. सी सी सी सी….” दिव्या कहने लगी.
मैं भी मुंह लगाकर चाटने लगी। फिर चूत में ऊँगली घुसा दी। जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगी। दिव्या की हवा खराब हो गयी। 15 मिनट मैंने नॉन स्टॉप ऊँगली की और मेरी सखी झड़ गयी। उसकी चूत का फव्वारा बहने लगा जिसे देखकर बड़ी मौज मिली।
फिर उसने मेरी चूत चाटी और दूध मुंह में लेकर चूसा। इस तरह से दिव्या मेरी लेस्बियन पार्टनर बन गयी थी। हम अक्सर ही मजे करने लगे थे क्यूंकि हमारे पति तो जॉब पर सुबह ही चले जाते थे और हम दोनों सखियाँ अकेली रह जाती थी। उसके बाद हम दोनों साथ में मजे करती थी और शाम तक ब्लू फिल्म देखती थी।
“देखो बहन मेरी चुदाई का विडियो” एक दिन दिव्या बोली.
उसके पति मनीष ने उसकी चुदाई का एक मस्त विडियो बना लिया था जिसमे वो घोड़ी बनाकर गांड मरवा रही थी और “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” की आवाजे निकाल रही थी। दोस्तों उस दिन मैंने पहली बार उसके पति को नंगा देखा था।
मनीष की बोडी किसी जिम ट्रेनर जैसी थी। उसका लौड़ा तो 10” से भी जादा लम्बा था। कितना मोटा और लम्बा रसीला लौड़ा था दिव्या के पति का। दोस्तों विडियो देखकर मेरा चुदने का दिल करने लगा था। कुछ दिन बाद दिव्या मुझे अपने पति से मिलवा दी। उस दिन मेरा पति जॉब पर गया हूँ था। मेरे घर पर कोई नही था। दिव्या मुझे अपने फ्लैट में ले गयी।
“मेरी सखी तुमसे मिलना चाहती है” दिव्या मनीष से बोली.
मनीष अपना हाथ बढ़ाया तो मैं भी बढ़ा दी। मैं उससे हाथ मिलायी पर मुझे नही मालुम था की मनीष मुझसे भी जादा ठरकी मर्द होगा। जैसे ही मैं हाथ मिलाने लगी मनीष ने धोखे से मेरा हाथ पकड़ लिया और अपने पास खींच लिया। फिर मुझे किस करने लगा। सामने दिव्या थी तो मुझे जादा शर्म आ रही थी। मनीष ने मुझे बाहों में भर लिया और मैं भागने की कोशिश करने लगी।
“शरमा मत!! मेरा मर्द का लंड तू मांग रही थी। आज कसके चुदवा डाल मेरे पति से” दिव्या हंसकर बोली.
“साली!! माल तो तू सही है। देखता हूँ तेरी चूत कितनी देर मेरा लंड को खा पाती है” मनीष बोला और मेरे ब्लाउस के उपर से मेरे दूध को दबाने लगा। दोस्तों मैं खूबसूरत और जवान लड़की थी। मेरा फिगर 36 32 38 का था।
रंग भी गोरा था इस वजह से मैं चुदने लायक सेक्सी औरत दिख रही थी। मनीष का दिमाग गरम हो गया और मेरे ब्लाउस के उपर से मेरे दूध दबाने लगा। 36” की बड़ी कसी कसी चूची मसलने लगा। मैं “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” करने लगी।
“चल रांड!! अपनी गांड की नुमाईस कर” मनीष बोला.
मैं अपनी साड़ी खोलने लगी और नंगी हो गयी। मैं ब्रा और पेंटी खोलकर पूरी तरह से नंगी होकर दिव्या के पति मनीष को अपने बदन की नुमाईस करवाने लगी। मनीष मुझे भूखे शेर की तरह देख रहा था। मैं सामने पूरी तरह से बेआभरू हो चुकी थी। मैं पलट गयी और झुक गयी। मनीष को अपनी मस्त मस्त गांड और चूतड दिखाने लगी।
“तू सही आयटम है” मनीष बोला और अपने पास बुला लिया।
“प्रतिमा रंडी!! मेरा लौड़ा चूसेगी” वो बोला.
मैं भी किसी छिनाल की तरह उसके पास जाकर सोफे पर बैठ गयी और उसकी जींस पेंट की बेल्ट खोलने लगी। उसकी पेंट को नीचे खींचकर अंडरवियर पर हाथ लगाने लगी।
“आपका तो लौड़ा काफी मोटा है मनीष जी!!” मैं बोली.
दोस्तों उसका लंड किसी डरावने नाग की तरह धीरे धीरे अपना फन उठाने लगा। मैं दिव्या के पति का लंड अंडरवियर के उपर से सहलाने लगी। कुछ देर में वो तन गया और तम्बू जैसा दिख रहा था। फिर अंडरवियर जैसे उतारी तो उसका 10” का लौड़ा किसी भयंकर नाग की तरह फन उठा दिया।
मैं हैरान होकर देखने लगी। हाथ में लेकर चेक करने लगी। फिर मुठ देने लगी। अब मनीष भी पागल होने लगा। मेरे सर को पकड़कर मेरे पूरे चहरे पर लंड रगड़ने लगा। मैं आँख बंदकर करवाने लगी। दिव्या का पति मनीष मेरे गाल और आँखों पर लंड का सुपाड़ा मलने लगा। फिर मेरे होठो पर मलने लगा। मैं भी पकड़ के चूसना चालू कर दी। हाथ में ले लेकर फेटने लगी।
उधर मेरी सखी सहेली दिव्या भी चुदासी होकर नंगी होने लगी। एक एक कपड़ा खोलकर नंगी हो गयी और हम तीनो ही उठकर बेडरूम में चले गये। आज उसका पति मनीष 2 2 चूत एक साथ मारने वाला था। हम तीनो बेड पर जाकर लेट गयी। मनीष अपनी शर्ट उतार कर बेड पर लेट गया। मैं जाकर उसका लंड फेटने लगी। दिव्या मेरे पीछे आकर मेरे मस्त मस्त चूतड़ पर हाथ लगाने लगी।
“तेरी गांड तो सनी लिओन से कम नही है प्रतिमा” दिव्या कहने लगी.
“तो चाट लो बहन!!” मैं इधर से बोली.
अब दिव्या भी लंड प्यासी होकर मेरे चूतड़ को सहलाने लगी और किस करने लगी। मैं उसके पति के लंड को जल्दी जल्दी फेट रही थी। उसका लंड किसी गन्ने जैसा मोटा दिख रहा था। मैं हाथ में लेकर अच्छे से फेट रही थी। मुंह में लेकर चूस रही थी। सर को जल्दी जल्दी नीचे उपर उठाकर चूस रही थी।
मनीष “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” कहता जा रहा था। उसे अत्यधिक सुख और संतोष की प्राप्ति मिल रही थी। मैंने उसका लंड इतना चूसा की मेरी सारी लिपस्टिक छूट गयी और मनीष के लौड़े पर लग गयी।
उसका लंड अब 10” लम्बा किसी रसियन लंड की तरह दिख रहा था। मैंने 15 16 मिनट हाथ में लेकर फेटा और अच्छे से खड़ा कर दिया। तभी मेरी सहेली दिव्या जल्दी जल्दी पीछे से मेरी गांड के छेद में जीभ लगाकर चाटने लगी। मैं पागल होने लगी।
“आओ प्रतिमा! मेरे लंड की एक राइड ले लो” मनीष बेड पर लेटे लेटे बोला.
मैं जाकर धीरे से उसके लंड पर जा बैठी। लंड को पकड़कर चूत में डाल ली। फिर उछल उछलकर जम्प मारने लगी। मनीष लेटे लेटे ही मजा लेने लगा। मैं अपनी तरफ से लम्बे लम्बे धक्के देने लगी। उसका लंड मेरी चूत को अंदर तक फाड़ने लगा।
अब मैं भी “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ…”करने लगी। मनीष मेरे यौवन पर नजर डालने लगा। मेरी पतली गोरी कमर पर हाथ लगाने लगा। मेरी मस्त मस्त चूची उपर नीचे जल्दी जल्दी हिलकर डांस करने लगी। क्यूंकि मैं जल्दी जल्दी उसके 10” लंड पर जम्प मार रही थी।
““ओह्ह्ह!! हां हाँ प्रतिमा!! फ़क में हार्ड ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी…” मनीष कहने लगा.
उसका लंड मेरी चूत को फाड़ रहा था। जैसे जैसे मैं उछल रही थी बड़ी जोर की रगड़ मेरी बुर के अंदरूनी भाग में लग रही थी। मैं भी स्वर्ग का मजा ले रही थी। मनीष मेरी चूची को पकड़कर किसी हॉर्न की तरह दबा देता था। मैं धक्के दे देकर शांत हो गयी और थक गयी।
अब दिव्या का पति नीचे से सटासट मुझे पेलने लगा। फिर दोस्तों इतनी जल्दी जल्दी नीचे से चोदने लगा की मेरी चूत से पॉपकॉर्न फूटने जैसी पटर पटर की आवाज आने लगी। दिव्या के पति मनीष ने मुझे लंड पर बिठाकर रगड़कर चोदा और अंदर ही झड़ गया। मैं उसके लंड से नीचे उतर आई।
“चल मेरे माल को पी जा रांड!!” मनीष बोला.
अब मैं लेट गयी और फिर से उसके 10” लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी। उसका सारा माल पी गयी और चूस चूसकर लंड अच्छे से साफ़ किया।
“दोनों रंडियां अब मुझे लाइव शो दिखाओ जैसे लेस्बियन गर्ल्स करती है” मनीष बोला.
मैं बेड पर लेट गयी और दिव्या आकर मेरे बदन से खेलने लगी। उसके दूध 34” के थे जबकि मेरे 36” के थे। वो आकर मुझे होठो पर किस करने लगी। मैं भी जोश में आ गयी और उसे किस करने लगी। ऐसे करते करते मामला और गर्म हो गया। मैं भी जोश में दिव्या को पकड़ ली और उसके गुलाब जैसे होठ चूसने लगी। अब वो मेरी 36” के बड़े बड़े दूध पकड़कर दबाने लगी। मैं कामुक होकर “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। मेरे कबूतर बहुत ही सेक्सी, गोल गोल, बड़े बडे और नर्म नर्म थे। दिव्या दबा दबाकर मुझे और आनन्द दे रही थी।
फिर मुंह में लेकर चूसना चालू कर दी। मुझे अब बड़ा अच्छा लग रहा था। आज मैं दिव्या और उसके पति के साथ सेक्स पार्टी कर रही थी। वो आधे घंटे तक मेरे कबूतर को मुंह में लेकर चूसती रही। अब उसका पति मनीष उसके पीछे आ गया और घोड़ी बना दिया। उसने दिव्या की बुर में अपना मोटा लंड हाथ से पकड़कर घुसा दिया और उसे डौगी स्टाइल में चोदने लगा। कुछ देर बाद मनीष फिर से झड़ गया। दूसरी राउंड में हम दोनों से उसका लंड मुंह में लेकर चूसा और फिर से खड़ा किया। फिर मनीष ने मेरी और दिव्या की गांड बारी बारी से मारी।
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