2 कुंवारी चूत को फाड़ने की ख़ुशी

दोस्तो कोलकाता शिफ्ट होने के बाद सुजाता (मेरी मम्मी) ने मुझे बताया कि अगले दिन बगल के क्वार्टर में अंजू आने वाली है, अंजू मेरे ऑफिस में मेरी जूनियर है, और रेलवे ने उसे ये क्वार्टर दिया है, अंजू बहुत ही सेक्सी और खूबसूरत देखती है. Party Me Chudai Kahani

मैने अंजू को दीदी कहा तो उसने मुझे सिर्फ अंजू कहने के लिए बोली, अंजू पूरी मॉडर्न थी, जींस और शर्ट पहने रहती थी और घर में हॉफ पेंट और गंजी पहने रहती थी, मैने अंजू की बहुत मदद की, इसलिए अंजू मुझसे गुल मिल गई.

अंजू = अरे सुमित तुम तो बिल्कुल लड़की के जैसा दिखते हो.

मै मन ही मन बोल रहा था कि एक बार मौका तो दो, लड़की हु या लड़का पता चल जाएगा, अंजू ने मुझे बताया कि उसकी डाइवोर्स हो चुकी है और सिर्फ एक बेटी है इशिता, जब इशिता आई तो मैं देखता रह गया मां और बेटी दोनो गजब की सुंदर थी, मेरा तो लंद पूरा खड़ा हो गया.

इशिता कोई 18 वर्ष की होगी मगर बियर और सिगरेट पीती थी, इशिता का बॉडी पूरा सेक्सी था, बड़ी बड़ी चूचियां और बड़ी गाड़, एक दिन मैं अंजू की रूम में अचानक चला गया, अंजू के तकिया के नीचे मुझे एक खीरा मिला, शायद अंजू इसी से काम चलाती थीं. आज इशिता की बर्थडे था, इसलिए मैं और मेरा दोस्त अमित अंजू के घर में गए.

अमित = क्या मॉल है भाई मां बेटी, दोनो तो अप्सरा लग रही है.

मै = चुप हो जाओ साले सुन लिया तो भगा देंगी.

केक कटा और हमलोग खाए, फिर बियर खुली सब पीने लगे.

इशिता = मम्मी मेरी गिफ्ट कहा है.

अंजू = आज ऐसा गिफ्ट दूंगी कि जिंदगी भर याद रखेगी.

फिर अंजू ने मुझे और अमित को बुलाया और बोली कि आज इशिता का वर्जिन तोड़ना है, इतना सुनते ही अमित इशिता के पास गया और उसकी कपड़े उतार दिया, बहुत गोरी थी इशिता पूरा सफेद, इशिता की चुचियों को मसलने लगा.

अंजू = कस कस मसल मगर तान मत, बड़ा हो जाएगा.

अमित = पूरी तो आम हो गई है आगे तो तरबूज हो जाएगी.

मै इशिता के बुर को चाटने लगा, पूरा फूला हुआ सील मॉल, अंजू आगे आई और अपने हाथो से अपनी बेटी इशिता की चुचियों को चूसने लगी.

इशिता = बहुत मजा आ रहा है, मम्मी.

फिर हमलोग अपना लन्ड बाहर निकाल कर इशिता के मुंह में दे दिया, अंजू उसके सर को पकड़ कर आगे पीछे कर रही थी, फिर अंजू अपनी बेटी इशिता को सीधा लेटा दी.

सुमित = डाल अपना लन्ड इसके बुर में.

मै डालने का प्रयास कर रहा था मगर अंडर नहीं जा रहा था, फिर अंजू ने इशिता के बुर में थोड़ा तेल लगाई.

अंजू = धीरे धीरे धक्का देना.

मै एक दो बार धीरे धीरे पेलने लगा फिर एक बार जोरदार धक्का दिया लन्ड पूरा अन्दर.

इशिता = मम्मी मुझे बचाओ बहुत दर्द हो रहा है.

अंजू = बस बेटी हो गया.

इशिता के बुर में से खून आने लगा, इधर अमित ने जल्दी अपना लन्ड इशिता के मुंह में डाल दिया. फिर अंजू ने इशिता के बुर से खून साफ किया, मै फिर चालू हो गया, अब इशिता भी साथ देने लगी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

मै = कैसा लग रहा है इशिता.

इशिता = दर्द हो रहा है, लेकिन अब थोड़ा अच्छा फील कर रही हु.

फिर अमित की बारी आया और अमित ने अपना लन्ड एक बार में डाल दिया.

अंजू = अबे साले आराम से कर, बेटी है मेरी.

अमित = बेटी थी मगर अभी तो ये हमलोगो की रानी है.

अमित जोर जोर से धक्का देने लगा.

इशिता = hiiii मैं मर जाऊंगी, आह ऊ उच्च, हे मां.

मै अपना लन्ड उसके मुंह में डाल रखा था, लेकिन अपने हाथो से अंजू की चुचियों को मसलने लगा.

अंजू = साले पूरा कामिनी हो तुम.

मै = एक में एक फ्री का ऑफर है.

इशिता जोर जोर से रोने लगी लेकिन अमित उसे पेले जा रहा था, फिर हमदोनो ने उसे कुटिया बनाया और पीछे से लन्ड डाल कर पेलने लगा, और मैं आगे से उसके मुंह में अपना लन्ड डाल रहा था. लेकिन अपने मुंह से अंजू की चुचियों को चूस रहा था, जैसे ही अमित अपना लन्ड इशिता के गाड़ में डालने की कोशिश की, अंजू ने पकड़ लिया.

अंजू = मदरचोद बुर की सील तोड़नी है गाड़ की नहीं, ये रण्डी नहीं है.

फिर हमदोनो ने इशिता को गोद में उठाया और मैं चोदने लगा.

अमित = क्या मॉल है अंजू तुम्हारी बेटी, अगर इसका नथ उतरती तो लाख रुपए मिल जाता.

इशिता = बहुत दर्द हो रही है.

करीब 20 मिनट्स पेलने के बाद हमलोग इशिता के चुचियों पे अपना सारा वीर्य गिरा दिया, इशिता बिस्तर पे लेती रोए जा रही थी.

अंजू = मत रो बेटा, ये तो होना ही था.

इशिता = मम्मी बहुत दर्द हो रहा है.

इशिता में हिम्मत ही नहीं थी कि वह अभी खड़ी हो सके, फिर मैं और अमित अंजू की ओर गए और अपने लंड जबरदस्ती अंजू के मुंह में डाल दिया, अंजू मुंह में लेकर चूसने लगी, थोरी देर बाद मै अंजू के चूचियों को मसलते लगा, एक चूची अमित और एक चूची मैं चूसे जा रहा था, अंजू मेरी बदन को चाटे जा रही थी, फिर अमित ने एक ही झटके से पूरा लंड अंजू के बुर में डाल दिया और जोर जोर से धक्का देने लगा.

अंजू = पेल मुझे पेल, फार दे.

अमित = रण्डी साली तू तो बहुत दिनो की प्यासी हो, थोरी देर के बाद मेरे ऊपर अंजू बैठ गई और कूदने लगी.

मै = पूरी रण्डी है तुम अंजू.

अंजू = बहुत दिनो बाद आज मेरी प्याश बुझेगी.

अमित अंजू को पेले जा रहा था, इशिता लेटी लेटी अपनी मम्मी की पेलाई देख रही थी. फिर मैं अपना लन्ड आगे से और आमी पीछे यानी गाड़ में डाल कर पेलने लगा.

अंजू = तुम दोनो ने मुझे रण्डी बना दिया, गाड़ से निकालो बहुत दर्द हो रहा है.

लेकिन हमलोग कहा मानने वाले जबरदस्ती दोनो तरफ से पेलाई करने लगे, 15 मिनट्स पेलने के बाद अमित ने अंजू के बाल पकड़ कर इशिता के पास ले गया, अब अंजू अपनी बेटी इशिता के बुर को चाटने लगी और अमित पेलने लगा, फिर मैं अपना लन्ड अंजू के मुंह में डाल कर पेलने लगा.

थोरी देर पेलने के बाद हमलोग अंजू को दोनो तरफ से पेलने लगे, और इशिता के चुचियों को मसलने लगे, इशिता अभी भी रोए जा रही थी, फिर काफी देर पेलने के बाद अंजू के मुंह में अपना लन्ड डाल कर पूरा वीर्य पिला दिए, चारों की सांसे जोर जोर से चल रही थी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

अंजू = चलो अच्छा हुआ, अब खीरा से काम नहीं चलाए गए, तुम लोग को बुला लूंगी.

इशिता = मम्मी मेरा तो पूरा फट चुका है, दर्द भी हो रही है.

मै = अब नहीं इशिता अभी तुम सिर्फ कलि से फूल बनी हो, कुछ दिन बाद रण्डी हो जाएगी.

अमित = अगले बार तुम दोनो तरफ से खा कर रण्डी बन जायेगी.

अंजू = बस हो गया, एक बार ही इशिता तुम दोनो से चूड़ी है, अब और नहीं.

मै = क्यों क्या हु रानी, ऐसा क्यों बोल रही हो.

अंजू = मै सिर्फ इसका सील तोड़वाने के लिए किया, अब ये अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करेगी.

अमित = क्यों हम भी तो वही करेंगे जो इसका फ्रेड करेगा.

अंजू = तुम दोनो बहुत हारामी हो, आगे से सिर्फ मुझे चोदना.

खैर जो भी हुआ बहुत मजा आया, दूसरे दिन इशिता लगड़ लगड़ के चल रही थी, मैने पूछा क्यों अभी तक आराम नहीं हुआ.

इशिता = नहीं नहीं अभी भी पैन है.

अब मैं और अमित जब भी मन करता है अंजू को चोदने चला जाता हु, कैसी लगी मां बेटी की चोदाई, कॉमेंट कीजिएगा, आपका दोस्त सुमित.

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