सेक्सी लड़की चुदाई स्टोरी मैं मनीषा एक बार फिर आप ने मेरी पहले की स्टोरीज पढ़ी होंगी मुझे अब तक सेक्स की काफी आदत हो गई है और मुंबई से लौटने के बाद मन नहीं भर रहा खैर मैं आप का ज्यादा टाइम न लेते हुए अपनी स्टोरी पर आती हूँ. जैसा की मैंने आप को अपनी लास्ट स्टोरी मैंने धीरज के बारे में बताया था मेरी उस से काफी अच्छी दोस्ती हो गई और मैं उसके साथ घूमने फिरने भी लगी थी. Birthday Girl Chudai Kahani
मेरा बर्थडे 14 जनवरी को होता है. उसने मुझसे उस दिन अपनी डेट बनने को कहा मैं तैयार हो गई क्यूंकि मेरी माँ दुबई गई हैं इसलिए कोई प्रॉब्लम नहीं थी. 13th को उसने बताया की उसका कोई दोस्त 14th को दिल्ली से आ रहा है तो शायद वो शाम को मेरे साथ नहीं रह पायेगा उसे उससे मिलने जाना होगा.
मैंने उस से कहा कोई बात नहीं मैं भी उससे मिलने चल चलूंगी फिर वहां से लौट कर हम डिनर कर लेंगे. 14 को मैं घर से तैयार होकर 11:30 पर निकली. हम सहारागंज में मिले. मैंने उससे बाइक वहीँ पार्क कर के मेरे साथ कार पर चलने के लिए कहा उसने कहा तुम कार पार्क कर दो बाइक से चलते हैं.
मैंने कार वहीँ पार्क कर दी और उसके साथ लॉन्ग ड्राइव पर निकल गए. हम लोग पिकनिक स्पॉट पंहुचे. वहां हम काफी देर तक घुमते रहे फिर बोटिंग के लिए गए ठण्ड की वजह से झील में 2-3 बोट ही थी. जब हमारी बोट के आस पास कोई बोट नहीं थी तो उसने पैडल मारने बंद कर दिए और मुझे किस करने लगा.
मैंने उससे कहा पागल हो क्या कोई देख लेगा तो कहने लगा हमारे जैसे पागल ही इस ठण्ड में बोटिंग कर रहे होंगे कोई नहीं देखेगा. फिर वो किस करते हुए मेरे बूब्स भी दबाने लगा. फिर थोड़ी देर तक मैं कुछ नहीं बोली लेकिन जब उसका हाथ नीचे जाने लगा तो मैंने उस से कहा अब यहाँ से चलो.
वहां से निकल कर हमने कुछ फ़ास्ट फ़ूड लिया और फिर मूवी देखने का मूड बनाया फिर हम पीवीआर पंहुचे. वहां पर मूवी देखने हम हाल में पंहुचे तो देखा कुछ ख़ास भीड़ नहीं थी हम कार्नर सीट पर बैठ गए. थोड़ी देर बाद उसने कहा क्यों ना मैं आज रात उसके साथ ही रूक जाऊं. मैंने उससे पुछा पर रूकेंगे कहाँ तो उसने कहा किसी होटल में रूकते है.
मैंने कहा नहीं कोई देख लेगा तो मुश्किल हो जाएगी. पर फिर भी मैंने बाहर निकल कर घर पर फ़ोन कर के बता दिया की शायद मैं रात शालिनी के रूम पर ही रूक जाऊंगी. पर मैंने धीरज को इस बारे मैं कुछ बताया नहीं .फिर हम पिक्चर देखने लगे. थोड़ी देर बाद उसका हाथ मेरे पैर पर महसूस हुआ वो मेरे जांघ सहला रहा था.
जब मैंने उसे मना नहीं किया तो उसका एक हाथ मेरे बूब्स पर आ गया और कपड़ों के ऊपर से ही मेरी निप्पल दबाने लगा. मैंने उसे ऐसा करने के लिए मना किया कि ऐसा मत करो. पर जब उसने मेरा हाथ अपने लंड पर रख दिया मैंने धीरे से उसकी चैन खोलकर उसका लंड अपने हाथ से सहलाने लगी अब आग लग चुकी थी.
रूम का समझ नहीं आ रहा था कहाँ मिलेगा जब पिक्चर ख़तम हुई तो मुझे अपने अंदर कुछ गिला गिला सा लग रहा था. हम बाहर निकलने वाले ही थे कि उसके दोस्त का फ़ोन आ गया की वो होटल में उसका इंतज़ार कर रहा है. तब मैंने अपनी कार निकाली और उससे कहा कि मैं तुम्हें होटल छोड़ देती हूँ तो उसने कहा साथ चलो थोड़ी देर रूक कर हम वापस आ जायेंगे.
मैंने कहा ठीक है. हम होटल पंहुचे तो उसने मुझे अपने दोस्त से मिलवाया उसका नाम समीर था. उसके दोस्त ने पुछा कि मैं कौन हूँ तो उसने कहा मेरी फ्रेंड है. तब समीर ने कहा वही है तो धीरज का जवाब हाँ में था. पहले मैंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया. अभी 7 भी नहीं बजे थे जब धीरज ने उसे बताया की आज इसका बर्थडे है तो उसने मुझे पार्टी के लिए कहा.
मैंने कहा जैसी पार्टी चाहिए ले लो. हम सब होटल से बाहर निकल आये वहां से वो लोग एक बेकरी पर गए और एक केक लिया. फिर एक गारमेंट्स की दूकान पर पंहुच कर मेरे लिए एक ड्रेस खरीदी. धीरे से धीरज ने मेरा फिगर पुछा मैंने धीरे से उसे बताया तो वो दूकान से बाहर निकल आया और कह कर गया पैक करवाओ मैं 10 मिनट में आता हूँ.
हम पैकिंग करवा कर कार में बैठ गए. थोड़ी देर में धीरज लौट आया. हम जब होटल लौट कर आये तब समीर ने खाने का ऑर्डर किया. धीरज ने मुझसे पुछा क्या मैं ड्रिंक करना पसंद करूंगी तो मैंने कहा नहीं मुझे घर जाना है तो उसने कहा तुम्हारे माँ डैड तो है नहीं फिर थोड़ी तो पी ही सकती हो.
मैंने कहा ठीक है थोड़ी पी लूंगी. समीर ने बोतल निकाली और स्नैक्स का ऑर्डर कर दिया. धीरज ने कहा पीने से पहले केक तो काटो मैंने कहा ठीक है. तब समीर ने मुझे मेरा ड्रेस गिफ्ट किया और कहा इसे चेंज कर लो फिर केक काटना एक छोटा सा पैकेट धीरज ने भी दिया और कहा ये मेरा बड़े गिफ्ट है.
मैंने पुछा क्या है तो कहने लगा बाथरूम में जाकर देख लेना. मैं बाथरूम में ड्रेस चेंज करने चली गई जब मैंने धीरज का गिफ्ट खोला तो उसमे ब्रा और पैंटी था. मैं देख कर शर्मा कर सोंचने लगी की धीरज ने शायद इसी लिए मेरा फिगर पुछा था. मैंने एक हल्का सा बाथ लिया और ड्रेस चेंज करने लगी.
जब मैंने ब्रा पहनी तो उस पर लिखा था प्रेस मी हार्ड और जब पैंटी पहनी तो उस पर लिखा था फ़क मी हार्ड. उसके बाद मैंने समीर का दिया हुआ स्कर्ट पहना लॉन्ग स्कर्ट था जिसमे साइड कट था. जब मैंने टॉप पहना तो वो काफी शार्ट था मेरी नाभि साफ़ दिखाई पड़ रही थी. मैंने जब धीरज से पुछा कोई परफ्यूम है क्या उस के पास तो उसने कहा नहीं.
मैं तैयार होकर बाहर निकल आई. जब मैं बाहर निकली तो दोनों मुझे फटी-2 आँखों से देख रहे थे. फिर उन्होंने केक टेबल पर लगाया और मुझे काटने को कहा. मैंने जैसे ही केक काटा और धीरज को खिलाया तो उसने केक वहीँ रोक लिया और कहा आज ऐसे ही किस करते हैं आधा केक उस के मुँह के बाहर था.
मैंने उसे अपने मुँह में लिया ही था की उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया जैसे तैसे मैंने खुद को छुड़ाया. फिर मैंने केक समीर को खिलाया समीर ने मुझे हग किया और मेरे गाल पर एक किस ले लिया. फिर उन्होंने ड्रिंक बनायीं मुझे मुंबई की याद आ गई. मैंने कहा जो कुछ खाना पीना है जल्दी कर लो मुझे घर भी जाना है.
तब धीरज बोला आज यहीं रूक जाओ मैंने कहा मतलब तो उसने कहा कुछ नहीं. फिर हमने ड्रिंक की मैं चाहती तो यही थी की ये मुझे यहीं रोक लें 3-3 पैग होने के बाद समीर ने पुछा धीरज ने क्या गिफ्ट दिया है ये तो बताओ. मैंने कहा नहीं बता सकती तब धीरज ने कहा दिखा भी दो. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे.
तो मैंने कहा नहीं मैं खाना खा कर घर जाऊंगी कहने लगा ठीक है खाना खा कर चली जाना. इतनी देर में खाना आ गया हम सब ने खाना खाया. फिर मैंने कहा मैं अब जा रही हूँ तब समीर ने कहा गिफ्ट दिखा तो दो. मैंने कहा ओके अगर धीरज कहे तो वो दिखा सकता है. धीरज मेरे पास आया और मेरी टॉप थोड़ी सी ऊपर की और थोड़ा सा मेरी स्कर्ट को नीचे किया.
समीर ने कहा ऐसे नहीं समझ आ रहा उतार कर दिखा दो. धीरज ने मेरी टॉप पूरा उतार दी. मैंने दोनों हाथो से अपनी ब्रा को छुपा लिया. फिर जब समीर ने मेरी स्कर्ट नीचे की तो मेरा एक हाथ ब्रा पर और एक पेंटी पर था. तब समीर बोला मुझे पता है तुम 31st की रात 3 लोगों से चुदवा चुकी हो.
मैं शॉक रह गई मैंने धीरज से पुछा ये क्या है तब उसने कहा कुछ नहीं मैंने इसे सब पहले ही बता दिया था मेरी तुम्हारी दोस्ती बाद में हुई. मैंने पुछा अब बताओ क्या करना है तब धीरज बोला इसे मेरा गिफ्ट दिखा कर तुम चली जाओ. मैंने कहा ठीक है और मैं अपनी स्कर्ट और टॉप उतार कर खड़ी हो गई.
समीर मेरे बूब्स दबाने लगा मैंने पूछ ये क्या हो रहा है तो उसने कहा इस पर लिखा है प्रेस मी हार्ड तब धीरज बोला नीचे तो दिखाओ तब समीर बोला आज रात यहीं रूक जाओ. मैंने पुछा क्यों तब बोला नीचे लिखा है फ़क मी हार्ड तो आज मैं तुम्हें हार्ड फ़क करना चाहता हूँ. मैं चाहती भी यही थी मैंने कहा मैं नहीं रूक सकती.
तो उसने कहा ब्रा और पैंटी में तो तुम बाहर जा नहीं सकती. मैं कुछ सोंच नहीं पा रही थी की रूकूं की नहीं तब तक समीर ने मुझे किस करना शुरू किया. मैंने सोंचा कि रूक जाती हूँ फिर मैं उसका साथ देने लगी वो हार्डली मेरे बूब्स दबा रहा था पर मैं एन्जॉय कर रही थी. वह बहुत ज्यादा ही मेरे बूब्स दबा रहा था जिस कारण मुझे दर्द भी हो रहा था पर मैं कुछ नहीं बोली.
समीर ने मुझ से पुछा एक बात बताओ तुम मुझे झेल लोगी. मैंने पुछा क्यों तो उसने कहा ये तो पता चल जायेगा. फिर उसने मुझसे पुछा कैसे चोदना पसंद करोगी. मैंने कहा जैसे तुम्हें मज़ा आये तब उसने कहा ठीक है मैं समय आने पर बता दूंगा. और वो मेरे बूब्स दबाता रहा जैसे ही उसने मेरी ब्रा उतर कर मेरे निप्पल को टच किया.
मैं सिहर उठी उसे पता था गर्ल्स की कमज़ोरी उसके निप्पल हैं वो मेरे निप्पल्स को पकड़ लिया. मैं आआआआअह्ह्ह्ह आआह करते हुए उससे चिपक गई. वो बोला एक बात सच-2 बता सकती हो. मैंने पुछा क्या तब उसने पुछा अब तक कितनो के साथ सेक्स कर चूकी हो. मैं सच तो बोल नहीं सकती थी मैंने कहा पहले अपने बीएफ के साथ उसके बाद 31st नाईट को क्या हुआ ये तो आप को पता ही है.
तब उसने बताया की वो बिना कंडोम के सेक्स करना चाहता है मैंने मना किया पर उसने कहा कोई दिक्कत नहीं होगी मैं कुछ नहीं बोली. वो मुझे बेड पर ले आया और मेरे बूब्स दबाते हुए मेरे निप्पल को सक करने लगा. मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. फिर उसने पुछा मेरे पैंटी पर क्या लिखा है पता है मैंने कहा नहीं देखा नहीं तो कहने लगा फ़क मी हार्ड आज मैं तुम्हें हार्ड ही चोदुंगा.
मैंने कहा मैं भी तो ये ही चाहती हूँ तब उसने मुझसे कहा मैं अगर तुम्हें गालियां दूँ या उल्टा सीधा कहूँ तो बूरा मत मानना. मैं कॉप रही थी धीरज ने कहा की घर फ़ोन कर दो तब मैंने कहा कर दूँगी मैं. फिर मैं बेड पर आकर लेट गई. मेरे पास पहले धीरज आया और कहने लगा आज बहुत मज़ा आएगा.
मैंने कहा मैं भी तो यही चाहती हूँ. समीर मेरे बूब्स मुँह में लेकर चूसने लगा मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. धीरज पैंटी साइड कर के मेरी चूत को चाट रहा था मैं एकदम पागल हो रही थी पहले मैंने उठ कर धीरज के कपड़े उतारे फिर समीर के समीर का लंड देखकर मैं परेशान हो गई.
मुझे मुंबई में नीग्रो की याद आ गई मुझे नहीं पता था किसी इंडियन का लंड इतना बड़ा हो सकता है. समीर ने मुझ से मुँह में लेने को कहा. मैंने ऊपर से ही पकड़ कर उसे चाटना शुरू किया, जब उसका लंड बिल्कुल खड़ा हो गया तो उसने मेरी चूत चाटनी शुरू की मैंने मना किया कि मैं झड़ जाऊंगी पर वो चाटता रहा फिर वो लेट गया और मुझे राइडिंग के लिए कहा.
मैंने कहा मुझे इसमें मज़ा नहीं आता तो उसने कहा आ जाओ थोड़ी देर में पोज़ बदल देंगे उसका लंड एकदम रोड की तरह खड़ा हुआ था. मैंने उससे कहा ये बहुत बड़ा है तो उसने कहा तुमने अभी मेरे बॉस का नहीं देखा मैंने पुछा ऐसा क्या है तो कहने लगा बाद में बात करते हैं.
मैं उसके लंड पर बैठने की कोशिश कर रही थी पर हिम्मत नहीं हो रही थी, फिर उसने अपना लंड मेरी चूत पर सटा कर मेरी कमर पकड़ कर नीचे किया. मैंने कहा पैंटी तो उतार लेने दो उसने कहा कोई ज़रुरत नहीं ऐसे ही ठीक है और आआआआह्ह्ह्ह करते हुए उसका आधा लंड मेरे अंदर चला गया बिना कंडोम के.
ये पहला लंड था जो मेरी चूत में जा रहा था आधा लंड लेकर मैं रूक गई. वो भी जल्दी में नहीं था थोड़ी देर बाद मैंने और नीचे होने की कोशिश की और हिम्मत कर के पूरा बैठ गई अब तो हिलने की भी हिम्मत नहीं हो रही थी. उसने लेटे लेटे ही मुझे हिलाना शुरू किया. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे.
लंड मेरी चूत की पूरी गहराई में जा चुका था. मैं आआआआह्ह्ह्ह आआआआह्ह्ह्ह आआआअह्ह कर रही थी. उसने कहा जब तुम मेरा नहीं झेल पा रही तो मेरे बॉस का क्या अंदर ले पाओगी. तो मैंने कहा मुझे लेना ही कब है वो कुछ नहीं बोला और फ़क फ़क कर के मुझे चोदने लगा.
मैं भी ऊऊऊऊऊह्ह्ह्ह ओओओओओह्ह्ह्ह कर के ऊपर नीचे होने लगी. उसके हर धक्के के साथ उसका लंड मेरी चूत की पूरी गहराई में जा कर रूकता था. मैं बहुत दिनों बाद चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी. मैंने पलट कर देखा पर धीरज मुझे कहीं दिखाई नहीं दे रहा था पर मैं तो मस्त थी. थोड़ी देर तक वो मुझे ऐसे ही चोदते हुए पुछा मुझे कैसा लग रहा.
मैंने कहा बहुत अच्छा वो और ज़ोर से झटके मारे फिर क्या था उसकी स्पीड ऐसी बढ़ी की मैं ऊऊऊऊऊऊह्ह्ह्ह आआआआह आआआआआह्ह्ह्ह मर गईईईईईईई अब नहीईईईईईई करती रही और वो झटके लगाता रहा. मैं दो बार झड़ चुकी थी इसी बीच उसने मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया और रूक गया.
मैंने अपने अंदर कुछ गिरने का एहसास किया मैं जब तक उससे कहती की बाहर निकालना तब तक वो अंदर झड़ चुका था. उसका कम अंदर लेने में मज़ा तो बहुत आया पर डर भी था की कहीं कोई प्रॉब्लम न हो जाये. जब मैं समीर पर से उतरी तब तक धीरज आ चुका था. अब वो मेरी चूत चाटने लगा मैंने उससे कहा थोड़ी देर तो रूक जाओ मैं थोड़ा आराम करना चाहती हूँ.
तब भी वो मेरी चूत चाट रहा थोड़ी देर बाद उसने अपनी 3 फिंगर मेरी चूत में डाली और अंदर बाहर करने लगा. उसने समीर से कहा बॉस अपना काम हो जायेगा तो मैंने पुछा कौन सा काम. तो उसने कहा कुछ नहीं मैं आँख बंद कर के लेती रही. थोड़ी देर तक धीरज ऐसे ही करता रहा.
फिर उसने दोनों पिल्लो मेरी गांड के नीचे लगा दिए अब मेरी चूत काफी ऊपर उठ चुकी थी फिर वो मेरे बूब्स को निचोड़ने लगा बहुत दर्द हो रहा था मुझे. फिर उसने अपना लंड मेरी चूत पर लगाते ही एक ज़ोरदार धक्के के साथ अंदर कर दिया और रूक गया. थोड़ी देर तक ऐसे ही रुके रहने के बाद उसने अपना लंड फिर बाहर निकला और फिर पूरा अंदर कर दिया.
मेरे मुँह से चीख भी नहीं निकल पा रही थी. मैंने उससे कहा वो स्पीड से धक्के लगाए तब उसने कहा ऐसा करने से मैं जल्दी झड़ जाऊँगा और मैं जल्दी नहीं झड़ना चाहता. मैंने देखा तो सामने मुझे समीर नज़र नहीं आया मैंने पुछा तो धीरज ने कहा आता होगा. अब मैं नीचे से उछल उछल कर उसका पूरा लंड अंदर ले रही थी.
उसने कंडोम लगाया हुआ था इसलिए मैं उसका लंड चिकना होने के कारण अंदर ले पा रही थी और आआआअह्ह आआआआअह्ह्ह्ह तेज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ और तेजज्ज्ज्जज करती जा रही थी. थोड़ी देर बाद मैं जब झड़ी तो मैं उस की कमर पकड़ कर चिपक गई और चार पांच धक्को के बाद वो भी झड़ गया और मेरे ऊपर ही लेट गया.
समीर लौट कर आ गया मेरे एक तरफ समीर और एक तरफ धीरज लेट गए और फिर मेरे शरीर से खेलने लगे. फिर वो मेरे मुँह के पास आ कर बैठ गए और अपना लंड मेरे मुँह में दिया मैं एक एक कर के उनके लंड को बारी बारी चाट रही थी. थोड़ी देर बाद फिर समीर का लंड एकदम टाइट हो गया. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे.
फिर वो दोनों मुझे बेड से उतर कर कारपेट पर ले आये और मुझे कुतिया बनने को कहा. मैं जब बेड पकड़ कर कुतिया बनी तब समीर ने कहा तुम धीरज की कमर पकड़ कर उसका लंड चुसो और फिर मैंने ऐसा ही किया. जैसे ही समीर ने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ते हुए धक्का दिया मैं गिरने को हुई और ज़ोर से धीरज की कमर पकड़ ली.
धीरज का लगभग पूरा लंड मेरे मुँह में चला गया मेरे मुँह में लंड होने के कारण चीख नहीं निकल पाई. फिर समीर जोश में आ गया मैं चीखना चाहती थी मगर नहीं चीख पाई. मैंने धीरज का लंड अपने मुँह से जैसे ही निकाला मेरे मुँह से चीख निकल गई. मैं आआआआअह्ह्ह्ह कर बैठी धीरज ने अपना लंड फिर मेरे मुँह में डाल दिया.
थोड़ी देर के बाद धीरज मेरे मुँह में ही झड़ गया. मैंने उसका कम मुँह से बाहर थूक दिया. एक बार फिर समीर ने अपना कम मेरी चूत में ही डाल कर झड़ गया. मैं वहां से निकल कर बाथरूम मैं गई और खुद को साफ़ करने लगी. जब मैं बाथरूम से बाहर निकली तो समीर अपने लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था. मैंने पुछा इतनी रात में क्या कर रहे हो तो कहने लगा 5 मिनट रूको दिखाता हूँ. 5 मिनट बाद उसने पांच पांच मिनट की 2 विडिओ क्लिप मुझे दिखाई जिस में वो और धीरज मुझे चोद रहे थे.
मैं बहुत डर गई मैंने जब उससे पुछा की तुमने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा मैं तुम्हें 2 दिन के लिए दिल्ली ले जाना चाहता हूँ. तब मैंने कहा अगर ऐसा है तो मुझ से कहते मैं शायद ऐसे ही तैयार हो जाती मैं होटल में रात भर तुम्हारे साथ रूक सकती हूँ. तो दिल्ली भी जा सकती हूँ जब मैंने उसे दिल्ली चलने का प्रॉमिस किया. तब उसने मोबाइल मुझे दे दिया और कहा कहो तो डिलीट कर दो मैंने दोनों फाइल डिलीट कर दे. फिर सुबह को मैं घर के लिए निकली 2 बजे मिलने का प्रॉमिस कर के.
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