कामुक विधवा बहन ने भाई से वासना बुझवाई

जब २८ साल में कोई विधवा हो जाये तो उसपर क्या बीतता है वो सिर्फ उसी को पता है। मैंने अपनी बहन को बहुत करीब से देखा हूँ उसकी हालात। जब जवानी हिलोरे मार रहा हो और अन्तर्वासना भड़कती रहती हो तो उस समय उस औरत पर क्या बीतता है वो मुझे ही पता है। Haveli Me Chudai

मेरी बहन अल्पना दीदी जो मेरे से मात्र तीन साल बड़ी है। शादी के पांच साल में ही वो विधवा हो गयी। आज मैं उसी की कहानी सुना रहा हूँ। जब उनसे बर्दाश्त नहीं हो पाया तो मैंने उनकी चूत की गर्मी को शांत किया। यह सब कब और कैसे हुआ पूरी कहानी आपको मैं यहां पर लिख रहा हूं।

दीदी के ससुराल में दीदी के अलावा उनकी एक ननद थी उनका भी शादी पिछले साल हो गया वह भी अपने ससुराल चली गई। अब घर में उनके साथ ससुर जो काफी ओल्ड एज के हैं। दीदी को एक छोटा सा बेटा है उसी के भरोसे उनके ससुर उनकी सास और वह खुद जिंदगी जी रही है ताकि आगे जाकर कोई दिक्कत नहीं होगी।

खानदान राजशाही है तो हवेली में रहते हैं जमीन जगह सब कुछ है बहुत ज्यादा है इससे बढ़िया दीदी के लिए कोई पति नहीं मिलता इस वजह से मेरे मम्मी पापा ने वहां पर शादी की पर भगवान को यही पसंद था। जब मैं दीदी से मिलने गया था तो दीदी मुझे पूरी बात बताई।

दीदी बोली के देखो भाई आज मैं कहीं और दूसरी शादी कर भी लूं तो मेरा यहां का खानदान ऐसा है कि पूरी इतिहास पर ग्रहण लग जाएगा यह लोग बहुत बड़े लोग हैं हवेली हैं नौकर चाकर है बस पति नहीं है। इसलिए मैं यही रहूंगी अपने इस बेटे को बड़ा करके अपनी जिंदगी जी योगी और एस करूंगी।

बाकी कोई कमी होगी तो तुम लोग मुझे पूरा कर ही देना साथ ससुर का भी कोई भरोसा नहीं है वह कब चल बसएंगे काफी ज्यादा उम्र भी इन लोगों का हो गया है। दीदी से बातचीत करके करीब 11:00 बज गया था रात हम दोनों एक ही कमरे में थे अलग-अलग बेड पर सोए हुए थे उनका छोटा बेटा भी एक छोटे बेड पर सोया हुआ था.

बड़ा कमरा हवेली जैसा है इस वजह से तीन-चार बैठ तो आराम से लग जाता है। हम दोनों सोने लगे मुझे तो नींद आने ही वाली थी कि दीदी बोली भाई मेरी मदद करोगे। मैंने पूछा क्या दीदी? उन्होंने कहा सब कुछ है मेरे पास बेटा भी है इज्जत भी है धन दौलत भी है पर शरीर की वासना को शांत करने वाला कोई नहीं है अगर सच पूछो तो मुझे इस चीज की जरूरत है।

तो मैंने बोला दीदी मैं इसमें क्या कर सकता हूं? क्यों ना तुम मेरी इस कमी को पूरा कर दो। किसी को पता भी नहीं चलेगा मैं भी जिंदगी को अच्छी तरीके से जी पाऊंगी और मुझे इसके अलावा कुछ और नहीं चाहिए सब कुछ है मेरे पास। शायद मैं यह तुम्हें बोलती भी नहीं पर मैं उसके बिना नहीं रह पाऊंगी।

मैंने दीदी से कहा भी कि क्या यह संभव हो सकता है एक भाई बहन सेक्स करें। उन्होंने तुरंत ही हमारी वासना डॉट नेट खोलकर कई सारी कहानियां दिखा दी कि देखो आजकल सब कुछ चलता है। और दीदी मेरे बेड पर आ गई। वह मुझे घूरने लगी मैं भी उनको घूरने लगा.

दीदी उस दिन लाल रंग की साड़ी और काले रंग की ब्लाउज पहनी हुई थी दीदी बड़ी ही हॉट और सेक्सी औरत है। उनके बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर की तरफ आने को बेताब थी। उनकी सारी का आंचल जैसे ही छाती पर से हटा बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर आने को बेताब थी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

दीदी तुरंत ही अपना होंठ मेरे होंठ पर रख दी मेरे से भी रहा नहीं गया बाहों में भर लिया चूचियां उनकी दबाने लगा वह मुझे किस करने लगी। देखते ही देखते हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए दीदी जैसे ही नंगी हुई खूबसूरत बदन दो बड़ी-बड़ी चूचियां चूत पर काले काले बाल गोरा बदन आंखें कजरारी होठ लाल लाल लंबे काले बाल मैं पागल हो गया दोस्तों।

तुरंत ही दोनों चूचियों को मसलने लगा चूत को चाटने लगा उनके गांड को चाटने लगा। उनके होंठ को काटने लगा उनके मुंह में अपना जीभ डालने लगा। वह तुरंत ही बहुत ज्यादा कामुक हो गई और मुझे बाहों में भर कर मेरे लंड को पकड़ कर फिर मुंह में ले ली और चूसने लगी।

वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे कि कोई आइसक्रीम हो मेरी वासना भड़क चुकी थी मैंने तुरंत ही दीदी को नीचे पटका। और दोनों टांगों को अलग-अलग करके उनके चूत को चाटने लगा गरम गरम पानी पीने का मजा ही कुछ और होता है।

चूत की नमकीन पानी पीकर में पागल सा होने लगा तुरंत मेरा लंड 9 इंच का खड़ा हो गया। तकिया उनके गांड के नीचे लगाया और अपना मोटा लंड चूत के छेद पर सेट कर के जोर से घुसा दिया। पूरा लंड उनकी चूत में समा गया फिर क्या था दोस्तों बड़ी बड़ी चूचियों को मसलते हुए मैं जोर-जोर से अपने दीदी को चोदने लगा। दीदी खुद से लंड डालकर मेरे से चुदवाने लगे।

हम दोनों ही तेज तेज से एक दूसरे को खुश कर रहे थे एक दूसरे को चूम रहे थे एक दूसरे के बदन को छू रहे थे सहला रहे थे। कभी वह नीचे कभी मैं नीचे कभी बैठ कर कभी खड़े होकर कभी घोड़ी बनाकर दीदी को करीब डेढ़ घंटे तक चोदा। जब उनकी वासना शांत हुई तब हम भी अपना माल उनके मुँह में झाड़ दिए। हम दोनों ही शांत हो गए फिर एक दूसरे को पकड़कर हम दोनों सो गए। फिर क्या था दोस्तों अब तो दीदी बहुत खुश रहने लगी है जब से हम दोनों का नया रिश्ता शुरू हुआ है दीदी को अब किसी चीज की कमी नहीं है।

मैं भी वहां जाकर १०-१० दिन तक रुकता हूं दीदी के साथ ससुर को भी अच्छा लगता है मुझे भी बहुत अच्छा लगता है अब हम लोग सब बहुत खुश हैं। दीदी के साथ ससुर कहते हैं कि जब आप आते हो तो बहू बहुत खुश हो जाते हैं मुझे पता है वह क्यों खुश होती है। अब आपको भी पता चल गया मेरी बहन क्यों खुश रहने लगी है। खैर इसमें कोई गलती भी नहीं है सही चल रहा है सब कुछ मेरी बहन अब विधवा ना माफ करके मैं उनकी चूत की गर्मी को शांत करते रहता हूं। 

अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*