बुर सिकोड़ कर मामू जान का मोटा लौड़ा लिया 

आप सब अपने अपने लंड और चूत संभाल ले क्यूंकि आप सबको अपनी हाल… फिलहाल में हुई ज़बरदस्त चुदाई के बारे में बताने जा रही हूँ जो की मेरे मामूजान ने मेरे साथ की जब मैं उनके घर गयी. हां तो दोस्तों मैं बहुत दिन बाद मामू के घर गयी जो की दुबई से कई साल बाद वापस आय थे और मुझे और अम्मी को देख कर वो बहुत खुश हो गए थे. Horny Niece Sex

हाँलाकि मुझे देख कर थोड़ा हैरान भी थे क्यूंकि जब आखिरी बार उन्होंने मुझे देखा था तब मैं सिर्फ एक बच्ची थी पर अब एक खूबसूरत और पूरी तरह से औरत बन चुकी थी (अब्बू और भाई से चुदा…चुदा कर). मुझे गले से लगाते हुए बोले आरज़ू तू कितनी बड़ी हो गयी मैं तो तुझे बच्ची ही समझ रहा था अभी तक.

तब मैंने अपनी बुर उनके लंड से सटा कर कहा मामूजान अब मैं बच्ची नहीं रही बड़ी हो गयी हूँ. मामूजान मेरी इस हरकत को समझ नहीं पाये और हम लोगों ने बहुत सारी बाते की. मुझे यहां 4 दिन हो चुके थे और मैंने नोट किया था की मामूजान मुझे चुपके-चुपके घूरा करते थे.

मैं उनकी इन भूखी नज़रों को ताड़ गयी थी और मन ही मन सोच लिया था की उन्हें भी अपनी जवानी का पानी चखाउंगी ज़रूर. और एक दिन ऐसा मौका आ ही गया. अम्मी और मुमानी जान बाहर गयी हुई थी और शाम से पहले उनको आना नहीं था. ये बात वो मामू को बता कर गयी थी घर पर सिर्फ मैं और मामू थे.

मामू जान तहमद (लुंगी) और कुर्ते में थे और मैं हमेशा की तरह सलवार और कुर्ती में थी. मैं मामू के कमरे में गयी तो वो अपने बड़े से बेड पर लेते हुए टी.वी. देख रहे थे. मुझे देखते ही संभल कर बैठते हुए बोले अरे आरज़ू तुम आओ आओ तुम आपा के साथ नहीं गयी?

मैंने कहा नहीं मेरे सर में दर्द हो रहा था इसलिए मैं नहीं गयी. मामू बोले तो लाओ मैं दबा दूँ अपनी लाड़ली भांजी का सर आओ इधर मेरे करीब बैठो मैं दबा देता हूँ. पर मैंने कहा नहीं मामू रहने दीजिये गोली खा ली है अभी आराम हो जाएगा और वही बेड पर मैं भी बैठ गयी. तब मामू जान बोले आरज़ू तू अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी नहीं हो गयी…

मैंने पुछा मतलब….? तो मामू बोले आम तौर पर तेरी ऐज की लड़कियां मेरा मतलब… ये कहकर वो थोड़ा चुप हो गए पर मैं उनका इशारा समझ गयी थी जो मेरी बड़ी-बड़ी चूचियों और भारी चूतड़ की तरफ था. तो मैंने कहा मामू ऐसे कोई बात नहीं ये सब तो हार्मोन्स की वजह से होता है अब आप मुमानी को देखिये वो मुझसे कितनी बड़ी है पर उनको देख कर कोई नहीं कह सकता की वो शादी-शुदा है.

तो मामू बोले हाँ ये बात तो है उसके बाद हम लोग इधर-उधर की बात करते रहे. तब मैंने अपनी कुर्ती के ऊपर से अपनी चूची को सहलाया वो भी मामू को भड़काने के लिए. क्योंकि इतनी देर से वो मुझे बोर कर रहे थे. मामू ने जब मुझे लम्बी-लम्बी अंगड़ाई लेते हुए देखा तो बोले क्या नींद आ रही है.

मैंने कहा नहीं बहुत थक गयी हूँ थोड़ा आराम करना चाहती हूँ. तो मामू ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और बोले मेरी गुड़िया रानी आओ मेरी गोदी में आराम करो. और मैं मामू की गोद में सर रख कर लेट गयी तब मामू मेरे सर पर हाथ फेर रहे थे और मुझे पता था की उनका अगला कदम क्या होगा.

मैं चुपचाप पड़ी रही उन्होंने अपना हाथ धीरे से मेरी चूची पे रख दिया और सहलाने लगे. मैंने कहा है मामू जान आप क्या कर रहे है. तो वो बोले अभी तुम्हे बहुत आराम मिलेगा और उन्होंने मेरी चूची दबा-दबा कर मुझे गरम कर दिया और मैं तो शुरु की चुड़क्कड़ तुरंत ही अपना हाथ उनकी तहमद(लुंगी) के अंदर घुसा दिया और अपने मतलब की चीज़ यानी की उनका हलब्बी सा लौड़ा बाहर निकाल लिया.

मामू मेरी इस हरकत से सन्न रह गए और बोले आरज़ू तू तो खेली खायी लग रही है… तो मैं हँस पड़ी और बोली हम मामू जान आखिर हूँ तो आपकी बहन की ही लड़की जब मेरी अम्मी शादी से पहले खेली-खायी थी. तो भला मैं कैसे साबुत रह पाती और अम्मी तो बता रही थी की उनको भी पहली बार आपने ही ठीक किया था… मेरी बात सुन कर मामू का मुँह खुला ही रह गया.

तो मैं हसते हुए बोली मामूजान घबराने की कोई बात नहीं है मुझे आपकी और अम्मी की सारी कहानियां सुना चुकी है. अम्मी और मुझे ये भी पता है की आप कितने बड़े चुड़क्कड़ है अम्मी ने सारी गन्दी-गन्दी बाते आप से ही सीखी है वो बता रही थी की आप जब उनको चोदते थे तो गाली भी बकते थे और कहते थे की तुम भी गाली बका करो जिससे अम्मी बहुत बेशरम हो गयी है अब वो अब्बू से चुदवाते वक़्त भी गाली बकती है और गन्दी बाते करती है.

मामू बोले वाआअह मेरी भांजी तू तो कमाल की निकली यानी की छिनाल की बेटी भी छिनाल और चुड़क्कड़. तो मैंने कहा हाँ मामू और मैं तो अम्मी से भी बढ़ कर हूँ इसका अंदाजा आपको आज हो जाएगा जब आप मेरी बुर चोदेंगे. मामू बोले हाँ रंडी की औलाद ये तो तेरी बातों से ही पता चल रहा है की तू कितनी बड़ी चुड़क्कड़ है. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

और तू मेरे सामने सीधी बनने का नाटक कर रही थी यहां आते ही पहले ही दिन जब तेरी माँ मुझसे चुदवाने आयी थी तब उसने मुझे बताया था की उसने कैसे तुझको ट्रेनिंग दी है और कैसे तू अपने बाप और भाई से अपनी चूत का भोसड़ा बनवा चुकी है बहन की लौड़ी मुझे चोदना सीखा रही थी की हार्मोन्स की कमी के मारे मेरी बीवी की चूचियां बड़ी नहीं हुई.

ये क्यों नहीं कहती की तेरी तरह वो हर वक़्त लंड खाने की आदि नहीं है. बहन की लौड़ी आज तुझे ऐसे चोदुंगा कि तू अपने बाप और भाई को भूल जायेगी चल कपडे उतार और आ जा मैदान में देखूं कितना दम है तुझमे? मैं बहुत देर से मामू की बाद बात सुन रही थी उनका लंड जोर से दबाती बोली साले बहनचोद भड़वे मैं भी देखूंगी की तू खाली बाते ही करना जानता है या तेरे लंड में कुछ दम-ख़म भी है.

मैंने कहा मामू जान आप जो भी जिस भी तरह से मेरी बुर चोदना चाहो चोद सकते हो आपको पूरी छूट है पर हाँ आप इस गुमान में मत रहे की आप मेरी चूत फाड़ डालेंगे आप तो जानते ही है की अब्बू और भाई जान ने इसका कबाड़ा किया हुआ है तब भला आपका लंड इसका क्या बिगाड़ेगा…?

तो मामू बोले साली रंडी अबे जब तेरी माँ की प्यास तेरे अब्बू के लंड से नहीं बुझती तो भला दूल्हा भाई तेरी टाइट बुर की प्यास कैसे बुझा पाते होंगे. मैंने कहा अगर आपकी गांड में अब्बू का लंड कभी घुस होता तो आपको पता चलता की कितना मोटा है अब्बू का लंड आपने कभी देखा भी है या ऐसे ही बाते चोद रहे है…?

मामू बोले मैंने कभी तेरे अब्बू का लौड़ा देखा तो नहीं है पर हाँ तेरी अम्मी बताती रहती है की अब उनमे दम नहीं रहा. तो मैं बोली हाँ बात अगर अम्मी की है तो अब भला उनको आपके और भाई जान के लंड के आगे भला अब्बू का लंड कैसे अच्छा लगेगा जबकि अब्बू के लंड से चुदवा-चुदवा कर बुर का बूम…भोसड़ा बनवाया है उन्होंने.

और फिर मामू ने मेरी चूची को मसलना शुरु कर दिया उनका लंड अभी लटका हुआ ही था. जिसे मैंने अपने हाथ में भर लिया और सहलाने लगी जिससे उनका लंड खड़ा होने लगा. और फिर मैं भी अब तक काफी गरम हो चुकी थी तब मामू ने कहा बेटी आज तुझे टांग ऊपर करवा कर चोदुंगा.

तो मैंने कहा इसमें नया क्या है इस तरह तो मैं कई बार लंड अपनी बुर में घुसवा चुकी हूँ. तो मामू बोले अरे मेरी प्यारी भांजी तू पूरी बात नहीं सुनती अभी बस तू देखती जा मैं किस आसान की बात कर रहा हूँ कभी तेरे बाप ने भी नहीं चोदा होगा तुझे चलो जमीन पर खड़ी हो जाओ और मैं नीचे उतर कर खड़ी हो गयी.

तब मामू आये और मुझे एक टेबल की तरफ ले कर गए और मेरे एक टांग उन्होंने टेबल पर रख दी जबकि टेबल काफी हाईट की थी मुझे पैर रखने में काफी परेशानी हो रही थी. पर फिर भी मैंने जैसे तैसे एक पैर ऊपर रख ही दिया और मामू जान मेरे पीछे से मेरी चूची दबा रहे थे.

मेरा एक पैर मेज पर और एक जमीन पे था इस पोज़ में मेरी बुर पूरी तरह से फैली हुई थी. मैं मन ही मन खुश हो रही थी की मामू तो बेवकूफ है भला इस तरह से मेरी फैली हुई चूत में उसका लंड किसी बच्चे की नुनी की तरह घुस जाएगा और मुझे पता भी नहीं चलेगा.

मामू ने पहले अपने हाथ आगे लाकर मेरी बुर सहलाई और फिर मुझे थोड़ा सा और झुका कर अपने लंड की टोपी मेरी बुर पर रख कर एक करारा थाप मारा और उनका लौड़ा मेरी बुर में कछक से घुस गया. मेरी आँखें निकल पड़ी मैंने कभी सोचा भी नहीं था की जब इस तरह से फैली हुई बुर में मामू ने अपना लंड डाला है तब तो इतना दर्द हुआ है.

अगर कहीं वो मेरी बुर सिकोड़ कर अपना लंड अंदर घुसेड़ते तब मेरी क्या हालत होती मगर मेरी परेशानी अभी और बढ़नी थी. क्योंकि मामू ने अब धक्के लगाने शुरु कर दिए थे और मेरी चूची टेबल से रगड़ रही थी और उनके बदन के बोझ से चूची दबी भी जा रही थी.

मैं आआआहहहहह आआआआहहहहहहह आयीइइइइइइइइ कर रही थी और मामू थे की गमा-ग़म धक्के मारे जा रहे थे और मेरी चूचियों की हालत खराब हुई जा रही थी. और बुर की तो माँ बहन की जय पहले ही मामू ने कर रखी थी तबं ही एक और क़यामत बरपा हुई.

हुआ ये की मामू ने मेरी दूसरी टांग जो ज़मीन पे थी उसको मामू ने अपने एक हाथ से पकड़ कर अपनी कमर पर रख लिया. अब मैं पूरी तरह से हवा में झूल रही थी मेरी चूची अभी भी मेज पर थी और मैं हवा में थी. मामू के धक्के मेरी गांड फाड़े हुए थे मेरी हालत अब तक थोड़ी सुधर चुकी थी.

और मैंने मामू से कहा आआआअह्ह्ह्ह मामू इस तरह तो बुर मारने का मज़ा आ गया, अब और तेजी से धक्के मारिये आप मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मामू बोले बेटी अभी तो तुझे और अच्छा लगेगा जन्नत का मज़ा आएगा आज तुझे और फिर उन्होंने अपने धक्को की रफ़्तार तेज़ कर दी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

और कुछ देर में ही मैं अपनी बुर से रस बाहर करने लगी पानी निकलने से फचा-फच की आवाज़ आने लगी थी. मैंने मामू से कहा मामू मैं तो झड़ गयी आप अभी तक अपना काम पूरा नहीं कर पाये? वो बोले बेटी अभी तो शुरुआत है अभी तू देखती जा और ये कहकर उन्होंने अपना लंड मेरी बुर से निकाल लिया.

और टेबल के ऊपर दोनो पैर लटका कर खुद बैठ गए मुझे थोड़ी हैरानी हुई मैंने पुछा मामूजान अभी तो आप झड़े नहीं फिर आपने अपना लंड बाहर क्यों निकाल लिया? तो मामू बोले बेटी अभी ये इतनी जल्दी नहीं झाड़ेगा अब तुमको मैं दुसरे स्टाइल में चोदुंगा आओ तुम मेरे लंड पर बैठ जाओ.

मैं उनके तने हुए लंड पर अपने पैर दायें…बायें करके बैठ गयी कुछ देर तो मामू ऐसे ही आराम-आराम से मेरी चूचियां चूसते हुए दबाते हुए अपना लंड अंदर बाहर करने लगे. और मैं फिर से गरमा गयी थी तो अपने चूतड़ को उछालने लगी मगर तब ही मामू ने अचानक मुझे उलटी तरफ झटका दे दिया यानी की ज़मीन की तरफ मेरी पीठ पूरी तरह से मुड़ गयी थी और दर्द के मारे मेरे मुँह से कराह निकल पड़ी थी. मेरा सर नीचे की तरफ था और बुर में मामू जान अपना लंड छापे हुए थे.

और अपने हाथ बढ़ा कर मेरी चूचियां बुरी तरह दबा रहे थे. कुछ देर तक दर्द बर्दास्त करने के बाद मुझे इस आसान में भी मजा आने लगा. अब मैं मामू से बोली मामू जान बहुत मज़ा आ रहा है आपने तो सच में अब्बू की चुदाई भुला दी, अब पूरी ताकत लगा कर आप भी घुस जाइये मेरी चूत में आआआआह आआअह आआआआयीईईईईईई ऊऊऊऊऊफ़्फ़्फ़्फ़ कामिनीईईई हरामी मामुउउउउ आआआआआअह्ह्ह्ह बहुत मस्त चुदाई करते हो आप कुछ देर तक धुआंदार चुदाई करने के बाद मामू भी झड़ गए.

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